21 मार्च को चक्रवाती तूफान: अलर्ट पर अंडमान-निकोबार, आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क करने का आग्रह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 19, 2022 08:40 IST2022-03-19T08:37:47+5:302022-03-19T08:40:13+5:30
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि 20 मार्च की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत हो जाएगा और 21 मार्च को एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।

21 मार्च को चक्रवाती तूफान: अलर्ट पर अंडमान-निकोबार, आपदा प्रबंधन एजेंसियों को सतर्क करने का आग्रह
पोर्ट ब्लेयरः ऐसे में जब इस साल का पहला चक्रवात असानी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बन रहा है, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सांसद कुलदीप राय ने उपराज्यपाल एडमिरल (सेवानिवृत्त) डी के जोशी से आपदा प्रबंधन तंत्र को हाई अलर्ट पर रखने का आग्रह किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर 19 मार्च को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। जोशी ने उपराज्यपाल जोशी से सभी स्कूलों और कॉलेजों में 19 और 21 मार्च को अवकाश घोषित करने का भी आग्रह किया है। 20 मार्च को रविवार होने के कारण छुट्टी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि 20 मार्च की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मजबूत हो जाएगा और 21 मार्च को एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा। विभाग के अनुसार यह चक्रवात अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की ओर बढ़ेगा और 22 मार्च को बांग्लादेश-उत्तरी म्यांमार के तटों पर पहुंचेगा। आईएमडी ने मछुआरों को इस अवधि के दौरान बंगाल की खाड़ी और अंडमान के समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।
मौसम विभाग की चेतावनी का हवाला देते हुए, सांसद ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखकर सुझाव दिया कि एहतियात के तौर पर द्वीपसमूह में सभी पर्यटन गतिविधियों को 19-22 मार्च की अवधि के लिए स्थगित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान के मद्देनजर आपदा प्रबंधन मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा जाए और स्थिति को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए दूरदराज के द्वीपों में पर्याप्त संख्या में अधिकारियों को तैनात किया जाए। भाषा रवि कांत अमित अमित