नई दिल्लीः सीडब्ल्यूसी बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमने 3 प्रस्ताव पारित किए हैं। राजनीतिक स्थिति, महंगाई और भारत के किसानों पर ‘द्वेषपूर्ण हमलों’ पर तीन प्रस्ताव पारित किए गए।
सीडब्ल्यूसी ने फैसला किया कि कांग्रेस महंगाई को लेकर देश भर में 14-29 नवंबर के बीच जमीनी स्तर पर जन आंदोलन करेगी।केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हम ऊपर से नीचे तक एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए जा रहे हैं। सभी स्तरों पर कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी की विचारधाराओं, नीतियों, एक कांग्रेस कार्यकर्ता की अपेक्षाओं, जमीनी स्तर पर संदेश भेजने, चुनाव एमजीएमटी, वर्तमान सरकार की विफलता और प्रचार का मुकाबला करने में प्रशिक्षित किया जाएगा।
कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में शनिवार को फैसला किया गया कि अगले साल अगस्त-सितंबर में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव कराया जाएगा। इसके साथ ही, यह निर्णय भी लिया गया कि आगामी एक नवंबर से कांग्रेस सदस्यता अभियान चलाएगी, जो अगले साल 31 मार्च तक चलेगा।
कांग्रेस के संगठन महासिचव के सी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच होगा। कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और कई अन्य नेता शामिल थे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अस्वस्थ होने के कारण और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और आरपीएन सिंह कुछ निजी कारणों से इस बैठक में शामिल नहीं हो सके। कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं की ओर से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में यह बैठक हुई।
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी। आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए।
सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए।
सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय में हुई जब सुष्मिता देव, जितिन प्रसाद, लुईजिन्हो फालेरियो और कई अन्य वरिष्ठ नेता पिछले कुछ महीनों में कांग्रेस छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक इस मायने में भी अहम थी कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लंबे समय से लंबित है। कुछ महीने पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण अध्यक्ष के चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, जो पहले जून महीने में प्रस्तावित था।