सीटीआई ने होटलों, हॉलों में विवाह की अनुमति देने का दिल्ली सरकार से अनुरोध किया
By भाषा | Updated: June 25, 2021 17:54 IST2021-06-25T17:54:01+5:302021-06-25T17:54:01+5:30

सीटीआई ने होटलों, हॉलों में विवाह की अनुमति देने का दिल्ली सरकार से अनुरोध किया
नयी दिल्ली, 25 जून चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से अनुरोध किया कि अनलॉक प्रक्रिया के अगले चरण में होटलों और हॉल में विवाह समारोह आयोजित करने की अनुमति दी जाए क्योंकि वैवाहिक कार्यक्रमों से संबंधित कारोबार को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
व्यापार निकाय सीटीआई ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) को लिखे एक पत्र में मांग की कि दिल्ली में होटल, बैंक्वट हॉल और सार्वजनिक स्थानों पर शादी कार्यक्रमों में कम से कम 50 या अधिक लोगों को अनुमति दी जानी चाहिए।
सीटीआई ने कहा कि अभी दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों पर विवाह कार्यक्रम आयोजित करने पर प्रतिबंध है और डीडीएमए ने सिर्फ घरों या अदालत में विवाह की अनुमति दी है। निकाय ने कहा, ‘‘इस वजह से, वैवाहिक कार्यक्रमों से जुड़े कारोबार को काफी नुकसान हो रहा है।’’
सीटीआई के शीर्ष पदाधिकारियों बृजेश गोयल और सुभाष खंडेलवाल के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली के निवासी नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और सोनीपत में शादी संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश और हरियाणा के पड़ोसी राज्यों में 50 मेहमानों को कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति है।
बयान में कहा गया है कि इस वजह से दिल्ली के बैंक्वट हॉल, होटल, कपड़ा, मिठाई, आभूषण, टेंट, केटरिंग, फोटोग्राफ, मेकअप आदि से जुड़े करीब पांच लाख कारोबारियों का रोजगार ठप हो गया है। इसमें कहा गया है कि कई कारोबारियों ने ग्राहकों से ‘एडवांस बुकिंग’ ली थी, जो उन्हें वापस करना पड़ा।
गोयल के अनुसार, देवशयनी एकादशी (जुलाई) के बाद चार महीने तक हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार शादियां नहीं हो पाएंगी। बयान में कहा गया है, "अब जबकि शादी के कुछ ही मुहूर्त बचे हैं, इसलिए सीटीआई ने डीडीएमए को पत्र लिखकर मांग की है कि दिल्ली में कम से कम 50 या अधिक लोगों को शादी कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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