लाइव न्यूज़ :

सीएसआईआर-सीएमईआरआई की प्रदर्शनी में कई प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन

By भाषा | Updated: April 12, 2021 19:43 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 12 अप्रैल केन्द्रीय यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएमईआरआई) ने मेघालय में एक सम्मेलन में अदरक-हल्दी प्रसंस्करण तथा ठोस कचरा प्रबंधन से संबंधित अनेक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया।

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सीएसआईआर ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की स्वायत्त संस्था ‘नॉर्थ ईस्ट सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी एप्लिकेशन ऐंड रीच (एनईसीटीएआर)’ द्वारा आयोजित ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के जरिए मेघालय में परिवर्तन’ संबंधी सम्मेलन एवं ‘टेक्नो फेयर’ में नौ एवं 10 अप्रैल को इन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया।

सीएमईआरआई, सीएसआईआर से जुड़ी प्रयोगशाला है।

मेघालय के मुख्य सचिव एम एस राव सीएसआईआर-सीएमईआरआई की प्रदर्शनी को देखने पहुंचे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटसबसे आगे विराट कोहली, 20 बार प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, देखिए लिस्ट में किसे पीछे छोड़ा

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत