नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ (CRPF) के जवान अश्विनी कुमार यादव के घर के बाहर भीड़ दिखीं। शहीद अश्विनी कुमार यादव की पार्थिव शरीर को आज गाजीपुर में उनके पैतृक गांव लाया गया है। इस दौरान वहां सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए थे। सभी ने वंदे मातरम व भारत माता की जय के नारे लगाए। इस दौरान लोगों ने तिरंगा लहराया। वीडियो और तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि वहां काफी कम लोगों ने मास्क लगाए थे और सोशल डिस्टेंसिंग का तो बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। कोरोना लॉकडाउन की वजह से देश में कहीं भी इस तरह सैकड़ों लोगों के जमा होने पर पाबंदी है। देश में कोरोना वायरस की वजह से 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है।
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में चल रहे मुठभेड़ में सोमवार को सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव शहीद हो गए थे। इस खबर की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया था। नोनहरा थानाक्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी अश्वनी के पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। अश्वनी कुमार के घर में मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, दो छोटे भाई अंजनी व अमन के अलावा दो बच्चे आइशा (6) व आदित्य (4) हैं। अश्वनी कुमार घर में अकेले कमाने वाले सदस्य थे।
3 मई को शहीद हुए थे कर्नल सहित पांच सुरक्षाकर्मी
वहीं रविवार तीन मई को उत्तर कश्मीर के रजवार जंगल स्थित एक गांव में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक कर्नल और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए तथा दो आतंकवादी भी मारे गए थे। शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश शामिल हैं। ये सभी ब्रिग्रेड आफ द गार्ड्स रेजीमेंट से थे और वर्तमान में 21 राष्ट्रीय राइफल्स का हिस्सा थे जो कि आतंकवाद निरोध के लिए तैनात है। साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक सगीर अहमद पठान उर्फ काजी भी आतंकवादियों की गोलियां लगने से शहीद हो गए।
पुलवामा में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को किया ढेर, एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर को घेरा
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बुधवार (6 मई) को दो आतंकवादियों को मार गिराया जिनकी पहचान अभी नहीं की जा सकी है। वहीं एक अन्य अभियान में एक शीर्ष आतंकवादी कमांडर को घेर लिया गया है और यह अभियान अपने अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पुलवामा के शारशाली गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान उस समय मुठभेड़ में तब्दील हो गया जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलानी शुरू की।
अधिकारियों ने बताया कि जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। अंतिम रिपोर्ट मिलने तक अभियान जारी था। एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा के बेगपुरा में एक अन्य अभियान अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि माना जा रहा है कि वहां सुरक्षा बलों ने एक स्थान पर शीर्ष आतंकवादी कमांडर और उसके दो साथियों को घेर लिया गया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘पुलिस ने सटीक सूचना के आधार पर बेगपुरा में गत रात एक अभियान चलाया। वरिष्ठ अधिकारी तब से ही इस पर नजर रख रहे थे।’’ प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों से संपर्क स्थापित हो गया है और एक ‘‘शीर्ष आतंकवादी कमांडर’’ को घेर लिया गया है।