नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है। दिल्ली में कोरोना वायरस की चौथी लहर की स्थिति उतनी गंभीर नहीं है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले की तुलना में कम मौतें हुई हैं और आईसीयू में भर्ती कराने के भी कम मामले आए हैं। पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में COVID19 मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 3583 नए मामले सामने आए हैं। मामलों में यह वृद्धि अब चौथी लहर है। हम हर संभव उपाय कर रहे हैं, चिंता करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने केंद्र से राज्यों को बड़े स्तर पर टीकाकरण चलाने की अनुमति देने का भी अनुरोध किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में लॉकडाउन लगाने की जरूरत हुई तो विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में नौ और मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है जिन्हें मिलाकर राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,036 हो गई है। विभाग के मुताबिक संक्रमण दर (जांच किए गए नमूनों के अनुपात में संक्रमित) भी बढ़कर 3.57 प्रतिशत हो गई है।
बुधवार को कोविड-19 के 1,819 मामले आए थे
दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के 1,819 मामले आए थे जबकि संक्रमण दर 2.71 प्रतिशत थी। वहीं 11 मरीजों की मौत हुई थी। विभाग ने बताया कि बृहस्पतिवार को आए मामलों के साथ ही दिल्ली में अबतक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 6,65,220 हो गई है जिनमें से 6.43 मरीज ठीक हो चुके हैं।
दिल्ली में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिये कोविड टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में शुरुआत हो गई। इस चरण में 45 साल से ज्यादा उम्र के 65 लाख लोग शामिल होंगे। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शाम छह बजे तक, कम से कम 56,531 लाभार्थियों को टीके लगाए गए।
हालांकि, रात नौ बजे तक अंतिम आंकड़ा उपलब्ध नहीं हो सका था। अधिकारी ने कहा कि इनमें से 49,471 लोगों को पहली खुराक मिली जबकि 7,060 लोगों को दूसरी खुराक दी गई। अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण के बाद मामूली प्रतिकूल प्रभाव के चार मामले सामने आए। टीकाकरण अभियान ऐसे समय हो रहा है जब बीते कुछ हफ्तों से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली में 16 जनवरी को शुरू हुए पहले चरण में 3.6 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को टीका लगाया गया था।
दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र वालों और 45-59 साल के अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को कोविड-रोधी टीके लगाए गए थे। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व में कहा था, “तीसरे चरण में एक जनवरी 2022 को 45 साल या उससे ज्यादा उम्र के हो रहे लोग टीकाकरण करवा सकेंगे, भले ही उन्हें पहले से कोई दूसरी बीमारी हो या न हो।”
सरकारी और निजी केंद्रों में सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक टीकाकरण की सुविधा मिलेगी। एक अधिकारी ने कहा कि सुबह नौ बजे से अपराह्न तीन बजे तक सिर्फ पंजीकृत लोगों को ही टीके लगाए जाएंगे। गैरपंजीकृत लोग अपराह्न तीन बजे से रात नौ बजे के बीच टीके लगवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के इच्छुक पात्र लोगों को सिर्फ आधार कार्ड या कोई अन्य वैध पहचान-पत्र साथ रखना होगा।
राष्ट्रीय राजधानी में तीसरे चरण में कोविड-19 रोधी टीकाकरण की सुविधा 136 निजी अस्पतालों समेत 192 स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध होगी। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण मुफ्त होगा जबकि निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीके की प्रत्येक खुराक के लिये 250 रुपये लिये जाएंगे।
हालांकि शुक्रवार से शुरू हो रहे आगामी लंबे सप्ताहांत में यह संख्या बढ़ेगी।” उन्होंने कहा, “यहां 10 टीकाकरण केंद्र चलाए जा रहे हैं। हमारे पास टीकों की पर्याप्त मात्रा है और रोजाना लगभग 2000 खुराक आसानी से दी जा सकती हैं।” कुरैशी ने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण कराने वालों के अलावा अस्पताल उन लोगों को भी टीके लगा रहा है जो यहां आकर अपना पंजीकरण करा रहे हैं।
(इनपुट एजेंसी)