श्री श्री रविशंकर बोले-लॉकडाउन और महामारी की वजह से लोग आत्महत्या कर रहे हैं, हमें जीवन को संभालना है...
By अनुभा जैन | Published: June 6, 2021 08:12 PM2021-06-06T20:12:30+5:302021-06-06T20:15:15+5:30
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जब हम इस दुनिया को एक परिवार के रूप में देखते हैं तो हमारा नजरिया संकुचित न रह कर व्यापक बन जाता है, जिसमें जाति, विचारधारा या धर्म को बांधने वाली छोटी सोच निहित नहीं होती है।
बेंगलुरुः मूल्य हमारे बचपन के वर्षों के दौरान हमारे माता-पिता और शिक्षकों से प्राप्त होने वाली अच्छी शिक्षाएं हैं। पुराने शास्त्रों व लोगों द्वारा वसुदेव कुटुंबकम पर जोर दिया गया है, जिसका अर्थ है यह सारी दुनिया एक परिवार के समान है।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जब हम इस दुनिया को एक परिवार के रूप में देखते हैं तो हमारा नजरिया संकुचित न रह कर व्यापक बन जाता है, जिसमें जाति, विचारधारा या धर्म को बांधने वाली छोटी सोच निहित नहीं होती है।
श्री श्री रविशंकर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कहा कि इस मुश्किल समय में आर्ट ऑफ लिविंग और रोटरी जैसी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। समाज सेवा और विश्व में शांति व सौहार्द्र लाना है। विपत्ति के समय तो लोग स्वतः ही मदद के लिये आगे आते हैं।
रविशंकर ने कहा कि हर व्यक्ति में संस्कारों और मानव मूल्यों को मन में बिठाने के साथ बढ़ाने की जरूरत है। इस घड़ी में हजारों लोगों को काउंसलिंग कर उनके आत्मबल को मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं, जो लॉकडाउन और महामारी की वजह से डिप्रेशन का शिकार हो आत्महत्या तक के कठोर कदम को अपनाने में नहीं हिचक रहे हैं।
इस अवसर पर रोटरी इंटरनेशनल के प्रेसिडेंट इलेक्ट रोटेरियन शेखर मेहता, प्रसिद्व कलाकार व डिस्ट्रिक्ट डायरेक्टर पर्यावरण रोटेरियन प्रकाश बेलावडी, रोटेरियन ए.थिरूमुरूगन, डिस्ट्रिक्ट डायरेक्टर कोटी नाटी और रोटेरियन रमेश शिवाना, प्रेसिडेंट रोटरी बैंगलोर ग्रीनपार्क ने भी पर्यावरण से जुडे़ अपने विचार साझा किये।
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि पर्यावरण दिवस के अवसर पर हमारे पृथ्वी को आज संभालने की जरूरत है, ऑर्गेनिक कृषि को बढ़ावा. अधिक वृक्षारोपण कर और लोगों को पृथ्वी पर किये जाने वाले हानिकारक कार्यों की जानकारी दी जाए।