कोविड-19 संक्रमणः तमिलनाडु में संक्रमित मरीज ने जुड़वां बच्चों को दिया जन्म, कई वर्षों से थी नि:संतान
By भाषा | Published: October 28, 2020 07:49 PM2020-10-28T19:49:33+5:302020-10-28T19:49:33+5:30
कई वर्षों से नि:संतान महिला ने कुछ महीने पहले आईवीएफ पद्धति की मदद से गर्भधारण किया था। बाद में वह कोविड-19 से संक्रमित हो गई जिसके बाद उसे पेरुंदुरई आईआरटी सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इरोडः तमिलनाडु में कोविड-19 संक्रमण का इलाज करा रही 44 वर्षीय गर्भवती महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। कोविड-19 संक्रमण के अलावा प्रसव संबंधित जटिलताओं के कारण डॉक्टरों को महिला की सर्जरी के दौरान काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
कई वर्षों से नि:संतान महिला ने कुछ महीने पहले आईवीएफ पद्धति की मदद से गर्भधारण किया था। बाद में वह कोविड-19 से संक्रमित हो गई जिसके बाद उसे पेरुंदुरई आईआरटी सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया। 25 अक्टूबर को महिला को प्रसव पीड़ा शुरु हुई जिसके बाद डॉक्टरों ने सर्जरी करने की। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया और जच्चा और बच्चे तीनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।
तमिलनाडु में एक-तिहाई लोग मास्क नहीं पहनते: मुख्यमंत्री
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने बुधवार को कहा कि राज्य में लगभग 35 प्रतिशत लोग मास्क नहीं पहनते हैं जबकि यह कोविड-19 से बचाव के प्रमुख उपायों में से एक है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। नौकरशाहों और जिला कलेक्टरों के साथ बैठक में कोविड-19 महामारी की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के बहुआयामी प्रयासों के कारण राज्य में महामारी नियंत्रण में है।
पलानीस्वामी ने कहा,‘‘तमिलनाडु में 35 प्रतिशत से अधिक लोग मास्क नहीं पहनते हैं। इसलिए (संबंधित) जिला प्रशासन को सभी के द्वारा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।” उन्होंने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण लोग ऐसा कर रहे हैं। महामारी से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों का ब्यौरा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इसकी रोकथाम, उपचार और राहत गतिविधियों पर 7372. 25 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में बुखार शिविर आयोजित करना, घर-घर जाकर जांच कर संक्रमित रोगियों की पहचान करना, आरटी-पीसीआर जांच और संक्रमित लोगों को पृथक करने के त्वरित प्रयासों के परिणामस्वरूप संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आई है । अब तक राज्य में कुल 6,75,518 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं जिसके बाद राज्य में संक्रमण से ठीक होने की दर 94.57 प्रतिशत जबकि मृत्यु दर 1.53 प्रतिशत है। पलानीस्वामी ने कहा, “हमारे चिकित्सकों के सराहनीय प्रयासों के कारण ही संक्रमित होने की दर घटकर 7.39 प्रतिशत रह गई है।”
तमिलनाडु में मंगलवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा 7,14,235 पहुंच गया था जिनमें से 10,983 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 27,734 मरीज अब भी उपचाराधीन हैं। पलानीस्वामी ने कहा कि इस महामारी के दौरान भी सरकार ने तमिलनाडु के लिए 40,718 करोड़ रुपये के 55 नए निवेश प्रस्तावों पर हस्ताक्षर किए जिससे 74,000 से अधिक नौकरियां पैदा होंगी।