बिहार: पटना के श्मशान घाटों पर शवों की कतार!, पिछले 24 घंटे में जले 300 से अधिक शव
By एस पी सिन्हा | Updated: April 29, 2021 16:43 IST2021-04-29T16:41:24+5:302021-04-29T16:43:12+5:30
इस महामारी के सामने सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। जनता ऑक्सीजन के अभाव में सड़क पर, घर में तो कभी अस्पताल में दम तोड़ दे रही है।

(फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
बिहार में कोरोना संक्रमण अपना पांव तेजी से पसारते जा रहा है। पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। हाल यह हो गया है कि कोरोना की सुनामी ने लोगों को लाचार कर दिया है। पिछले 24 घंटों में पटना के तीन शमशान घाटों पर 300 से अधिक शव जलाए जा चुके हैं। इतने अधिक संक्रमित शव जलाने का नया रिकार्ड बना है।
हाल यह हो गया है कि कोरोना जैसी माहमरी की वजह से दम तोडने के बाद श्मशान घाट पर भी शव जलाने को लेकर भारी जद्दोजहद करना पड रहा है। अब तो पटना के श्मशान घाटों पर 24 घण्टे में अधिक शव जलने के रिकार्ड बन रहा है। सोशल मीडिया पर श्मशानों में जलती चिताओं और नंबर के इंतजार में पडे शवों की तस्वीर भी वायरल होती है। कोरोना ने हालात ऐसे बना दिये हैं कि दिन हो या रात 24 घंटे चिताएं जल रही हैं।
संक्रमित और सामान्य शव की कतार लगातार बढती जा रही हैं। पटना के बांस घाट, गुलबी घाट और खाजेकलां घाट पर कोरोना संक्रमितों का शव जलाया जा रहा है। बांस घाट पर एंबुलेंसों की इतनी संख्या हो जा रही है कि देखकर डर लगने लगा है। रात दिन एंबुलेंसों की कतार दूर तक लग जा रही है। एंबुलेंस से श्मशान घाट पर शव को लाने में ही काफी समय लग जा रहा है। पटना में विद्युत शवदाहगृह के अलावे लकडी से चिता बनाकर भी बडी संख्या में शवों को जलाया जा रहा है।
राजधानी पटना में अभी तक इतनी संख्या में इन घाटों पर शव नहीं जले थे। सबसे अधिक संक्रमित शव बांस घाट पर जलाया जा रहा है। ऐसे में श्मशान घाटों पर डराने वाला मंजर सामने आ रहा हैं। श्मशान घाट पर शवों को जलाने में लगे मजदूरों और कर्मियों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। संक्रमित शवों के जलाने के मामले में भी बताया गया है कि अभी तक इतनी संख्या में पटना के श्मशान घाटों पर संक्रमित शव नहीं जलाए गए थे।
नगर निगम ने कोरोना संक्रमितों को मुफ्त में लकड़ी मुहैया कराने की शुरुआत की है। नगर निगम और जिला प्रशासन की पूरी व्यवस्था के बावजूद शवों की इतनी संख्या हो जा रही है कि कभी-कभी व्यवस्था चरमरा जा रही हैं। इसबीच निगम ने जिस निजी एजेंसी को तय रेट के आधार पर शवों को जलाने के लिए एक विकल्प के तौर पर सुविधा देने की व्यवस्था की है वो अभी शुरू नहीं हो पाया है। अभी इसे शुरू करने में दो से तीन दिन का समय लगेगा।
बता दें कि इन मरीजों के साथ ही जिले में अब तक मिलने वाले कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ कर 97017 हो गई है। इनमें से 79147 मरीज कोरोना से लडकर ठीक हो चुके हैं। वहीं, जिले में सरकारी आंकडो के मुताबिक अब तक कुल 683 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। जिले में वर्तमान में कुल कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 17187 है।