जयपुरः कोरोना वायरस का प्रकोप खत्म करने के लिए देश को 17 मई तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद भी लगातार संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की अन्तरराज्यीय सीमाओं से अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए कहा है। साथ ही साथ तत्काल प्रभाव से राज्य की सभी अन्तरराज्यीय सीमाओं को सील करने के आदेश दिए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि राज्य की अंतरराज्यीय सीमाओं से अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए राज्य की सभी सीमाओं को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया जाए जाएगा। यह निर्णय कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर लिया गया है।
राजस्थान में 3317 लोगों को हो चुका है कोरोना
आपको बता दें, बीते दिन राजस्थान में कोविड-19 से चार और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 93 हो गई है। इस बीच संक्रमण के 159 नए मामले आने के साथ ही राज्य में अभी तक 3317 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ-साथ 61 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। राज्य में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।
कोरोना से लड़ाई लंबी हो सकती है, लोग बरतें सावधानी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना से लड़ाई लंबी हो सकती है। ऐसे में आमजन को इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को ही आदत में शुमार करना होगा। उन्होंने आमजन से लॉकडाउन-3 में मिली रियायतों में लापरवाही ना बरतने के लिए कहा है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि यह कहना मुश्किल है कि कोरोना कब खत्म होगा लेकिन यह जरूर है कि यदि आमजन इस दौरान सरकार द्वारा दी जा रही गाइडलाइन का अनुसरण मसलन मास्क लगाएं, बार-बार हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, कम से कम आए-जाए तो बीमारी को फैलने से रोका जरूर जा सकता है। ज्यादा दिनों तक लॉकडाउन बढ़ना अर्थव्यवस्था की सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में हर व्यक्ति को सहयोग करना होगा। इस बीमारी में बचाव ही एकमात्र उपचार है।
राजस्थान में रोजाना 10 हजार से अधिक हो रहे हैं टेस्ट
डॉ. शर्मा ने बताया कि चिकित्सा विभाग और प्रदेश भर के लिए यह राहत की खबर है कि प्रदेश में लगभग 50 फीसद लोग पॉजीटिव से नेगेटिव चिन्हित किए गए हैं। यह चिकित्सकों की मेहनत और सरकार की बेहतरीन चिकित्सा व्यवस्था के चलते ही संभव हो पाया है। प्रदेश में 10 हजार 500 टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। प्रतिदिन की जांच क्षमता में भी लगातार इजाफा किया जा रहा है। प्रदेश में 1 लाख, 40 हजार से ज्यादा सैंपल अभी तक लिए जा चुके हैं। जितनी ज्यादा जांचें होंगी, कोरोना की असलियत का उतना ही जल्दी पता चलेगा और पर उतना ही जल्दी उनके उपचार, आइसोलशन, आईसीयू, क्वारेंटाइन करने जैसे फैसले तुरंत ले सकेंगे और संक्रमण के खतरे को कम कर सकेंगे।