हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी निष्पक्ष होगी, इसमें कुछ हफ्ते लगेंगे: वायुसेना प्रमुख

By भाषा | Updated: December 18, 2021 20:40 IST2021-12-18T20:40:27+5:302021-12-18T20:40:27+5:30

Court of Inquiry on helicopter crash will be fair, it will take few weeks: Air Chief | हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी निष्पक्ष होगी, इसमें कुछ हफ्ते लगेंगे: वायुसेना प्रमुख

हेलीकॉप्टर दुर्घटना पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी निष्पक्ष होगी, इसमें कुछ हफ्ते लगेंगे: वायुसेना प्रमुख

हैदराबाद, 18 दिसंबर वायुसेना प्रमुख वी. आर. चौधरी ने शनिवार को कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना को लेकर तीनों सेवाओं के अधिकारियों को शामिल करके बनाए गए जांच दल की ‘कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ एक निष्पक्ष प्रक्रिया होगी और इस दल को घटना के प्रत्येक पहलू की जांच करने को कहा गया है। इस दुर्घटना में प्रमुख रखा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत तथा अन्य की मृत्यु हो गई थी।

चौधरी ने यहां के पास डुंडीगल में वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड के इतर संवाददाताओं से कहा कि जांच को पूरा होने में ‘‘कुछ और सप्ताह लगेंगे’’।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के परिणाम को लेकर पहले से कोई संभावना नहीं जताना चाहता, क्योंकि यह एक समग्र प्रक्रिया है। उन्हें (एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को) अधिकार दिया गया है कि हरेक पहलू की जांच की जाए और हर पहलू पर गौर किया जाए कि क्या गलत हुआ होगा और उसी आधार पर उचित सिफारिशें की जाएं तथा निष्कर्ष निकाला जाए।’’

चौधरी से जांच से जुड़ी जानकारियों और हेलीकॉप्टर हादसे संबंधी परिस्थितियों को लेकर सवाल किया गया था, जिसके जवाब में उन्होंने यह टिप्पणी की। तमिलनाडु के कुन्नूर में आठ दिसंबर को हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण भारत के प्रमुख रक्षा अध्यक्ष, उनकी पत्नी और 12 अन्य सैन्यकर्मियों की मौत हो गई थी।

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मैं इस बारे में जल्दबाजी में कोई घोषणा नहीं करूं कि इसका (हादसे का) कारण क्या हो सकता है या हम इसके लिए क्या उपचारात्मक कदम उठाने जा रहा है, इसलिए हमें कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी होने तक कुछ और सप्ताह के लिए इंतजार करना होगा। मैं आपको यह भरोसा दिलाना चाहता हूं कि यह अत्यंत निष्पक्ष प्रक्रिया है।’’

चौधरी से जब पूछा गया कि क्या विशेष रूप से मी-17 हेलीकॉप्टर हादसे के बाद वीवीआईपी लोगों की उड़ानों से संबंधित प्रक्रियाओं की समीक्षा की जा रही है, तो उन्होंने कहा कि जांच के निष्कर्षो के आधार पर समीक्षा की जाएगी।

हेलीकॉप्टर हादसे के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में सूचित किया था कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेवाओं के दल ने दुर्घटना की जांच आरंभ कर दी है।

चौधरी ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध पर भी टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय वायुसेना अपनी तैनाती जारी रखे हुए है क्योंकि चीन के साथ गतिरोध अभी भी बना हुआ है और जरूरत पड़ने पर बल सैनिकों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा, ‘‘जैसा आपने कहा, गतिरोध जारी है। पूर्वी लद्दाख के कुछ इलाकों से सैनिक (दोनों तरफ के) पीछे हटे हैं। लेकिन, सैनिक पूरी तरह से अभी तक नहीं हटे हैं ... मैं विवरण में नहीं जाना चाहूंगा, लेकिन यह कहना पर्याप्त है कि हम तैनात हैं, हम उस क्षेत्र में हमारे सामने आ सकने वाली किसी भी चुनौती से त्वरित रूप से निपटने के लिए तैयार हैं।’’

वह पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ गतिरोध पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।

यह पूछे जाने पर कि क्या बलों की और तैनाती की जाएगी, उन्होंने कहा, "नि:संदेह, यदि आवश्यक हुआ तो वहाँ यह होगा। जरूरत पड़ने पर हम तैनाती बढ़ाएंगे।’’

चौधरी ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि भारतीय वायुसेना पड़ोसी देश से विभिन्न स्वरूपों में आने वाले खतरों से अवगत है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा था कि गतिरोध चीन द्वारा "समझौतों" का पालन नहीं करने और बीजिंग के एक ऐसे पक्ष के रूप में काम करने का परिणाम है जिसने "एक अनुबंध का उल्लंघन किया है।"

इससे पहले, चौधरी ने यहां पासिंग आउट परेड को संबोधित करते हुए कहा कि युद्ध की प्रकृति में मूलभूत परिवर्तन हो रहे हैं और भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे एवं चुनौतियां शामिल हैं, जिनके लिए कई क्षेत्रों में क्षमता निर्माण की आवश्यकता होगी।

चौधरी ने कहा कि वायु सेना राफेल विमान, अपाचे हेलीकॉप्टर और व्यापक अत्याधुनिक प्रणालियों को शामिल करके एक अत्यधिक शक्तिशाली वायु सेना में बदल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘युद्ध की प्रकृति में मूलभूत बदलाव आ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में नई प्रौद्योगिकी और मौलिक रूप से नए सिद्धांत सामने आए हैं। भारत के सुरक्षा परिदृश्य में बहुआयामी खतरे और चुनौतियां शामिल हैं। इनसे निपटने के लिए हमें कई क्षेत्रों में क्षमताओं की आवश्यकता होगी और हमें हमारे सभी अभियानों को एक साथ और कम समय में पूरा करना होगा।

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Web Title: Court of Inquiry on helicopter crash will be fair, it will take few weeks: Air Chief

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