जम्मू:जम्मू कश्मीर में कोरोना मरीजों की संख्या बहुत ही तेजी से बढ़ने लगी है। आज जम्मू संभाग में दस और लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें छह कठुआ जिले के और चार सांबा जिले के हैं। इसे मिलाकर अब तक जम्मू कश्मीर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 889 पहुंच गई है। इनमें से 87 जम्मू संभाग से हैं। इस बीच कश्मीर से भागने वाले चार संदिग्ध कोरोना मरीजों को फिर से पकड़ लिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कठुआ जिले के जो छह लोग संक्रमित आए हैं, उनमें पांच बसोहली और एक हीरानगर का रहने वाला है। हीरानगर का रहने वाला यह व्यक्ति दिल्ली में श्रमिक का काम करता है और कुछ दिन पहले ही वापस लौट आया है। उसे प्रशासन ने लखनपुर से ही क्वारंटाइन में भेज दिया था। चार दिन पहले उसके सैंपल लिए गए और गत सोमवार रात को वह पाजिटिव पाया गया। वहीं बसोहली के रहने वाले पांचों लोग भी श्रमिक हैं। ये गत 5 मई को दिल्ली से प्रदेश लौटे हैं।
लखनपुर में प्रवेश करने पर स्वास्थ्य विभाग ने उनके सैंपल लिए और उन्हें क्वारंटाइन में भेज दिया। इनकी रिपोर्ट आज सुबह आई और ये सभी भी पाजिटिव पाए गए। पाजिटिव पाए गए इन सभी छह मरीजों को क्वारंटाइन केंद्रों से सीडी अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
वहीं सांबा जिले में भी आज चार नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। चार में से दो मरीज बड़ी ब्राह्मणा क्षेत्र जबकि दो रामगढ़ से हैं। ये सभी पहले से ही क्वारंटाइन में रखे गए थे। इन सभी की ट्रैवल हिस्ट्री बाहर की ही बताई जा रही है। इन चारों मरीजों को भी जम्मू में शिफ्ट किया गया है। वहीं चार नए मामले आने के बाद सांबा में उच्चाधिकारियों ने एक बैठक बुलाई है जिसमें संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की जा रही है।
दूसरी ओर कश्मीर में एक डाक्टर और एक हाउसबोट मालिक समेत चार नागरिक क्वारंटाइन से बचने के लिए सीधे घर भाग गए। जब पकड़ कर लाए गए तो एक कोरोना पाजिटिव पाया गया। पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दिल्ली से आए ये लोग टीआरसी श्रीनगर में कोरोना स्क्रीनिंग सेंटर से फरार हो गए थे। इसका पता चलते ही पुलिस ने सभी को घरों से पकड़ लिया। जिला उपायुक्त श्रीनगर डा शाहिद इकबाल ने बताया कि चारों में से एक कोरोना पाजिटिव निकला है। तीन की रिपोर्ट आनी बाकी है। फिलहाल, इन चारों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों को वापस लाने व उनक घरों में सुरक्षित पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।