कोरोना संकट पर PM मोदी ने आयुष पेशेवरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग जरिए की बात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

By स्वाति सिंह | Published: March 28, 2020 01:29 PM2020-03-28T13:29:22+5:302020-03-28T13:43:04+5:30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विभिन्न रेडियो जॉकी का आह्वान किया कि वे कोरोना वायरस की महामारी से लोगों के सामने आ रहीं कठिनाइयों और चुनौतियों पर अपनी राय दें ताकि सरकार उन समस्याओं का समाधान कर सके।

Coronavirus: PM Narendra Modi interacts with AYUSH professionals via video conference over COVID19. | कोरोना संकट पर PM मोदी ने आयुष पेशेवरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग जरिए की बात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने संकट की इस घड़ी में गरीबों और वंचितों की सहायता करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है।

HighlightsPM मोदी ने आयुष पेशेवरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इससे पहले शुक्रवार को मोदी ने विभिन्न रेडियो जॉकी का आह्वान किया

नई दिल्‍ली: कोरोना वायरस संकट लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष (AYUSH) पेशेवरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस दौरान पीएम ने आयुष के बीमारी के इलाज के तथ्यहीन जांच के काउंटरिंग और फैक्ट-चेकिंग के महत्व को चिन्हित किया, इसमें कहा गया कि आयुष वैज्ञानिकों, आईसीएमआर, सीएसआईआर और अन्य शोध संगठनों को साक्ष्य-आधारित शोध के लिए एक साथ आना होगा। मालूम हो कि PM मोदी ने 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है। इस दौरान केवल जरूरी चीजों के लिए जैसे खाद्य सामग्री, डेयरी प्रोडक्‍ट व दवाईयों आदि के लिए छूट दी गई है।

इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विभिन्न रेडियो जॉकी का आह्वान किया कि वे कोरोना वायरस की महामारी से लोगों के सामने आ रहीं कठिनाइयों और चुनौतियों पर अपनी राय दें ताकि सरकार उन समस्याओं का समाधान कर सके। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये रेडियो जॉकी के समूह से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि वे विशेषज्ञों की राय और इस हालात से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में सूचना प्रसारित करें। सहानुभूति के महत्व को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि यह जरूरी है कि चिकित्सकों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और विमानन कंपनी के कर्मियों के संक्रमित होने के सामाजिक डर की वजह से हो रहे दुर्व्यवहार की खबरों को बताया जाए ताकि इस चुनौती का मुकाबला किया जा सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने संकट की इस घड़ी में गरीबों और वंचितों की सहायता करने के लिए कई उपायों की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपर्ण है कि इन घोषणाओं की जानकारी लाभार्थियों को सुचारु तरीके से और समय पर मिले। मोदी ने कहा कि जन संप्रेषक होने के नाते रेडियो जॉकी श्रोताओं को सामाजिक मेल मिलाप से दूरी और स्व पृथक रहने के महत्व के बारे में शिक्षित करने के साथ इन घोषणाओं की जानकारी देने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने जनता की सहायता करने के लिए लगातार काम कर रहे पुलिसकर्मियों के बारे में भी लोगों को शिक्षित करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को पुलिसकर्मियों का सहयोग करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस को सख्त बल प्रयोग से बचना चाहिए क्योंकि यह अनुशासन को लागू करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक प्रसारक आकाशवाणी की अफवाहों को रोकने में अहम भूमिका है। मोदी ने रेडियो जॉकी से अनुरोध किया कि वे अफवाहों को फैलने से रोकें। साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति जागरूकता फैलाने में उनकी भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह प्रशंसनीय है कि लॉकडाउन के दौरान भी वे अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और घरों से कार्यक्रम रिकॉर्ड कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी बयान के मुताबिक मोदी ने कहा कि कार्यक्रमों की पहुंच की वजह से रेडियो जॉकी लाखों भारतीय परिवारों के सदस्य जैसे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोग न केवल कार्यक्रमों को सुनते हैं बल्कि उनका अनुपालन भी करते हैं। रेडियो जॉकी की बहुत बड़ी जिम्मेदारी न केवल अंधविश्वासों के खिलाफ प्रचार और प्रसार की है बल्कि लोगों को प्रोत्साहित करने की भी है।’’ बयान के मुताबिक मोदी ने कहा कि विशेषज्ञों की राय और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी देने के साथ ही रेडियो जॉकी से आग्रह है कि वे लोगों की परेशानी और चुनौतियों की जानकारी दें ताकि सरकार सक्रिय तरीके से उनका समाधान कर सके।

प्रधानमंत्री ने रेडियो जॉकी से सकारात्मक खबरों और अध्ययनों को प्रचारित करने का आह्वान किया, खासतौर पर उन मरीजों के बारे में जो पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। उन्होंने सलाह दी कि इस तरह की खबरों का पूरे देश में प्रसारण होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने रेडियो जॉकी से कहा कि वे नियमित रूप से पुलिस अधिकारी, डॉक्टर, नर्स और वार्ड ब्यॉय जैसे स्थानीय नायकों के बारे में खबर राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करें। उनके इस कथन पर रेडियो जॉकियों ने कहा कि प्रधानमंत्री 2014 से प्रसारित हो रहे रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ के जरिये उनके पेशे से जुड़े हुए हैं।

प्रधानमंत्री के आह्वान पर जनता कर्फ्यू को मिले अभूतपूर्व समर्थन और अग्रिम मोर्चों पर लड़ रहे नायकों को धन्यवाद देने के नवोन्मेषी तरीकों को रेखांकित करते हुए रेडियो जॉकी के समूह ने मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महामारी के खिलाफ लड़ाई में उन्हें देश की आवाज की बनने में खुशी होगी। मोदी ने रेडिया जॉकी से ऑह्वान किया कि वे समाज में रचनात्मक और सकारात्मक माहौल सुनिश्चित करने के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि सकारात्मकता के साथ एकजुटता का भाव कोरोना वायरस से लड़ने की कुंजी है। बाद में मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 से लड़ने के तरीकों पर जागरुकता फैलाने में रेडियो की महत्वपूर्ण भूमिका है। मैंने इस बारे में कुछ विचार साझा किये कि रेडियो यह कैसे कर सकता है और उनके भी अभिनव विचार सुने।’

Web Title: Coronavirus: PM Narendra Modi interacts with AYUSH professionals via video conference over COVID19.

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