नई दिल्लीः मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने NEET परीक्षा को स्थगित कर दिया है। देश में लागू कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट स्थगित करने का फैसला किया गया।
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर देश व्यापी बंद को ध्यान में रखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट रद्द कर दी। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) तीन मई को आयोजित होने वाली थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने तीन सप्ताह के बंद और कुछ विषयों की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित होने के बाद यह निर्णय लिया है।
मेडिकल एडमिशन के लिए होने वाली नीट परीक्षा का आयोजन 3 मई को होने वाला था। पिछले साल इस परीक्षा का आयोजन 5 मई को किया गया था। नीट परीक्षा के लिए ए़डमिट कार्ड 27 मार्च 2020 यानी आज जारी होने वाला था। बता दें, देश में फैल रहे कोरोना वायरस के कारण एनटीए ने जेईई मेंस, नीट, नेट , दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस परीक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। एचआरडी मंत्री ने ट्वीट में लिखा कि माता-पिता और छात्रों को किसी भी असुविधा से बचने के लिए विभिन्न परीक्षा केंद्रों की यात्रा करनी पड़ती है, मैंने मई के अंतिम सप्ताह तक NEET (UG) 2020 और JEE (मेन) परीक्षा स्थगित करने के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA)को निर्देश दिया है।
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 2020 के एडमिट कार्ड शुक्रवार, 27 मार्च 2020 को जारी होने थे लेकिन कोरोनावायरस (COVID-19) के व्यापक प्रकोप के मद्देनजर, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) के लिए एडमिट कार्ड जारी करने अभी और समय लगेगा।
बता दें कि नीट परीक्षा के लिए देश भर से 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था और अनुमानित 9 लाख जेईई मुख्य अप्रैल सत्र के लिए होने जा रही परीक्षा में हिस्सा लेने वाले थे। इससे पहले जेईई मेनजनवरी सत्र में आयोजित किया गया था। ये परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है. अभी जेईई मेन अप्रैल के पहले सप्ताह में आयोजित होनी थी।
कोरोना वायरस: केंद्रीय विद्यालय संगठन ने पृथक केंद्र के लिये अपने स्कूल भवनों की पेशकश की
केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) ने कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के लिये अस्थायी पृथक केंद्र स्थापित करने के वास्ते अपने स्कूल भवन देने की पेशकश की है। संगठन के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह घोषणा की।
केवीएस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संकट से पैदा हुई सतर्क करने वाली स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है कि किसी रक्षा प्राधिकार या जिला प्रशासन के औपचारिक अनुरोध पर इसके स्कूल भवन के कमरों में संदिग्ध रोगियों को अस्थायी रूप से रखने की इजाजत दी जाएगी।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘जो स्कूल पृथक केंद्र स्थापित करने की इजाजत देंगे, उन्हें इस बारे में उसी दिन केवी प्राधिकारों से बात करनी होगी।’’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़ कर 724 हो गये हैं जबकि अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।