नई दिल्लीः लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित कई सांसद, मंत्री और विधायकों ने कहा कि वह कोरोना वायरस के मद्देनजर एक महीने का वेतन प्रधानमंत्री राहत कोष में देंगे।
देश में कोरोना वायरस से करीब 650 लोग संक्रमित हुए है और 13 लोगों की मौत हो चुकी है। बिरला ने ट्वीट के जरिये इसकी घोषणा करते हुए कहा, ‘भारत में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत प्रधानमंत्री राहत कोष में एक माह के वेतन का योगदान देता हूँ। हम सब इस कठिन घड़ी में एक साथ हैं।’
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने में मदद करते हुए अपनी एक महीने की तनख्वाह प्रधानमंत्री राहत कोष में दान कर दी। मंत्री ने कई ट्वीट कर बताया कि उन्होंने उनके मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक उपक्रमों को भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए संबंधित राज्यों की मदद करने का निर्देश दिया।
बिरला ने प्रधानमंत्री के आह्वान पर चिकित्सकों सहित आपातकर्मियों के प्रति आभार जताने के ताली, थाली बजाने का जिक्र करते हुए सोमवार को निचले सदन में कहा था कि आपातकालीन और आवश्यकीय सेवाओं के लिए कार्य करने वाले लोगों का नागरिकों द्वारा अभिनंदन ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व रहा।
निचले सदन में भी सभी सदस्यों ने खड़े होकर ऐसे जरूरी कार्यो में लगे लोगों की ताली बजाकर सराहना की थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ लोकसभा अध्यक्ष शामिल थे। हिसार से भाजपा सांसद बृजेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस से मुकाबले के लिये उनकी सांसद निधि से 1.4 करोड़ रुपये जारी किए जाएंगे जिसका उपयोग एन95 मास्क, हैंड सेनिटाइजर, स्प्रे पंप, एयर प्यूरिफायर, तीन स्तर वाला मास्क सहित सुरक्षा किट आदि की खरीद में किया जायेगा। उन्होंने इस संबंध में उपायुक्त को पत्र लिखा।
कोयला एवं खान मंत्री जोशी ने कहा, ‘‘मैंने एक महीने का वेतन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में दान करने का फैसला कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के इरादे से किया। मैं कोयला और खान क्षेत्र में कार्यरत लोगों से अपील करता हूं कि वे सामने आएं और कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए खुले दिल से दान कर देश की मदद करें।’’
संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी अपनी एक महीने की तनख्वाह प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करने की घोषणा की। कई अन्य सांसदों ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के कार्य में योगदान देते हुए अपने वेतन का दान किया।