चीन में घातक कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर भारत ने बेहद कदम उठाया है। भारत सरकार ने दुनिया के किसी भी कोने से आने वाले चीनी नागरिकों को 5 फरवरी से पहले जारी किए गए सभी वीजा को निलंबित कर दिया है। इसमें नियमित (स्टीकर) और ई-वीजा शामिल है। हांगकांग, मकाऊ और ताइवान के चीनी पासपोर्ट धारकों के लिए लागू प्रतिबंध लागू नहीं हैं।
साथ ही 15 जनवरी या उसके बाद चीन जाने वाले विदेशियों को भारत-नेपाल, भारत-भूटान, भारत-बांग्लादेश या भारत-म्यांमार भूमि सीमाओं सहित किसी भी हवाई, भूमि या बंदरगाह से भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
बता दें कि बुधवार को चीन में घातक कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने वीजा संबंधी नये परामर्श जारी कर कहा कि चीन से आने वाले किसी भी विदेशी नागरिक के लिए वर्तमान वीजा (पहले से जारी ई-वीजा सहित) वैध नहीं माना जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने यात्रा परामर्श में कहा कि लोगों को सलाह दी जा चुकी है कि पूर्व के परामर्श के मुताबिक वे चीन की यात्रा पर जाने से बचें। चीन जाने वाले लोगों को वापस आने पर पृथक केंद्र में रखा जाएगा।
चीन में घातक कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर बुधवार को 563 हो गई और इसके 28,018 मामलों की पुष्टि हुई है। वुहान में कोरोना वायरस के प्रसार के बाद दो फरवरी को भारत ने चीनी यात्रियों और चीन में रहने वाले विदेशियों के लिए ई-वीजा सेवा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था ।
बुधवार के परामर्श में कहा गया कि 15 जनवरी से चीन की यात्रा करने वालों को पृथक केंद्र में रखा जाएगा । बहरहाल,एक मंत्रिमंडल सचिव ने कोरोना वायरस से जुड़े कार्यों और तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की।
मंत्रिमंडल सचिव ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, विदेश मंत्रालय, नागर विमानन, फार्मा, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, सदस्य सचिव (एनडीएमए) के सचिवों और गृह मंत्रालय, वाणिज्य, सेना तथा रक्षा क्षेत्र से जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस के प्रबंधन और राज्यों की तैयारियों के संबंध में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के लिए 741 नमूनों की जांच की गयी । इसमें 738 के नतीजे नकारात्मक रहे और तीन के परिणाम सकारात्मक आए । इसके अलावा 342 नमूनों की जांच की जा रही है और देश भर में 5,123 लोगों पर नजर रखी जा रही है ।