कोरोना वायरस के प्रकोप पर काबू पाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार भरसक प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार (26 मार्च) को वरिष्ठ अधियाकारियों की बैठक बुलाई, जिसमें मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की जा रही है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया है। बैठक के दौरान सीएम सहित वरिष्ठ अधिकारी निश्चित दूरी बनाकर कुर्सियों बैठे दिखाई दे रहे हैं।
दरअसल, बीते दिन कोरोना वायरस संकट की पृष्टभूमि में केंद्रीय मंत्रिमंडल की हुई बैठक में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी एक निश्चित दूरी बनाकर कुर्सियों पर बैठे और सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिग) के संकल्प का अनुपालन किया था। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के चित्र में मंत्री एक दूसरे से दूरी बनाकर और प्रधानमंत्री की ओर मुखातिब होकर कुर्सियों पर बैठे नजर आए थे। उनकी कुर्सियों के बगल में छोटी मेजें थीं जिन पर उनके दस्तावेज रखे थे। आम तौर पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रीगण अंडाकर मेज के इर्द गिर्द कुर्सियों पर बैठे होते हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इससे निपटने के लिये प्रधानमंत्री मोदी सामाजिक दूरी बनाये रखने की वकालत करते रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को इस वायरस से निपटने के लिये 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमने प्रदेश में 12 हजार से अधिक वाहन सब्जी, दूध, दवा एवं खाद्यान्न घर-घर पहुंचाने के लिए लगाए हैं। जिला प्रशासन द्वारा सामुदायिक भोजनालय के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है। रैन बसेरों, बस एवं रेलवे स्टेशनों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी व्यक्ति भूखा-प्यासा नहीं रहेगा।
बता दें, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 649 से अधिक हो चुकी है। इसमें से 593 लोगों का उपचार किया जा रहा है। 42 लोगों के ठीक होने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। वहीं, 13 लोगों की मौत हो चुकी है।