प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए SAARC देशों के नेताओं के साथ कोरोना वायरस पर चर्चा शुरू की। कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए सार्क देशों के प्रतिनिधियों के साथ पीएम मोदी ने कहा कि इसे मिलजुल खत्म करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं कोविड-19 को हाल ही में महामारी घोषित किया गया है। हमारे क्षेत्र में अब तक लगभग 150 केस सामने आए हैं, हमें सतर्क रहने की जरूरत है। हमने जनवरी के मध्य से ही भारत में स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। इसके साथ हमने प्रतिबंध बढ़ाने भी शुरू कर दिए थे। स्टेप-बाई-स्टेप अप्रोच से हमें फायदा हुआ है। (कोरोना पर सार्क के देशों के साथ चर्चा में)
कोरोना पर सार्क देशों के साथ चर्चा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने विदेशों से 1400 भारतीयों को बाहर निकाला है। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के कुछ नागरिकों की भी हमने मदद की है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, COVID-19 को हाल ही में W.H.O द्वारा महामारी घोषित किया गया है। अब तक, हमारे क्षेत्र ने कोरोना वायरस के 150 से कम मामले सामने आए हैं। लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
बांग्लादेश की पीएम बोलीं कि कोरोना को लेकर छात्रों और आम लोगों को कर रहे जागरूक कर रहे हैं। हमने अपनी 'पड़ोस पहले नीति’ के अनुसार आपके कुछ नागरिकों की मदद की है। COVID19 पर सभी SAARC सदस्य देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि भारत से सहायता प्राप्त करने के लिए मालदीव भाग्यशाली है। मैं सरकार की तरफ से मोदी और भारत के लोगों की सराहना करता हूं।
COVID19 पर सभी सार्क सदस्य देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने कहा कि सबसे पहले मैं अपने अनुभवों, विचारों को साझा करने, चुनौतियों को समझने और उपायों पर चर्चा करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी बोले कि हमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए टेली-मेडिसिन के लिए एक सामान्य ढांचा तैयार करना चाहिए। सीमाओं के बंद होने से भोजन, दवाओं और बुनियादी वस्तुओं की उपलब्धता की समस्या हो जाएगी।