देशभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना पर काबू पाने के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र सहित देश के 23 राज्यों में 82 जिले 31 मार्च तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है। हालांकि, लॉकडाउन लागू होने के पहले दिन ही इसका असर मामूली रहा। जनता कर्फ्यू के मुकाबले लॉकडाउन के प्रति लोग गंभीर नहीं दिख रहे।
रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान देश के हर राज्य में सन्नाटा पसरा रहा। कहीं इक्का-दुक्का लोग या वाहन ही दिख रहे थे। मगर अधिकांश समय नेशनल हाईवे समेत सभी प्रमुख मार्ग खाली पड़े रहे। रविवार को ही कई हिस्सों में लॉकडाउन की घोषणा की गई। बावजूद इसके सोमवार को बड़ी संख्या में लोग दिखे। लोग बाहर निकले और कई अन्य वस्तुओं की दुकाने भी खुली मिलीं। दिल्ली में लॉकडाउन के बीच आजादपुर मंडी में हमेशा की तरह कारोबार जारी है।
क्या होता है लॉकडाउन
लॉकडाउन एक एमरजेंसी व्यवस्था है जो एपिडेमिक या किसी आपदा के वक्त शहर में सरकारी तौर पर लागू होती है। लॉक डाउन की स्थिति में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें सिर्फ दवा या अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए बाहर आने की इजाजत मिलती है। या फिर बैंक से पैसा निकालने के लिए भी जा सकते हैं।
लॉकडाउन क्यों?
किसी सोसायटी या शहर में रहने वाले वहां के स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य या अन्य जोखिम से बचाव के लिए इसे लागू किया जाता है। इन दिनों कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कई देशों में इसे अपनाया जा रहा है। लेकिन ये इतना सख्ती से अभी लागू नहीं है। इसे सरकार के बजाय इस बार लोग खुद अपने पर लागू कर रहे हैं। उदाहरण के लिए इटली के कई इलाकों में खुद ही लोगों ने अपने आपको घरों में कैद कर लिया था। ताकि कोरोना का संक्रमण उन तक न पहुंचे। वहीं जिन इलाकों में संक्रमित व्यक्ति ज्यादा मिल जाते हैं, वहां भी लॉकडाउन लागू कर दिया जाता है।
उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ ने दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए 16 जिलों को लॉकडाउन किया गया है। देश के 23 राज्यों में आज से लॉकडाउन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोगों से लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से कहा कि वे नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करें। पीएम मोदी की नाराजगी के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी एक बाद एक कई ट्वीट कर प्रदेश वासियों को लॉकडाउन को गंभीरता से लेने की अपील की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, 'आप सब से पुनः अपील है कि लॉकडाउन को गंभीरता से लें। घर के अंदर रहें, अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं। सभी से अनुरोध है कि निर्देशों, नियमों और कानूनों का पालन करें और इस महामारी के विरुद्ध लड़ाई में सरकार के साथ मिल कर काम करें। सतर्क रहें, जागरूक रहें।'
एक अन्य ट्वीट में सीएम योगी आदित्यनाथ ने लिखा, 'वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई में उत्तर प्रदेश को भी पूर्ण रूप से सहभागी बनना है। इसीलिये 16 जनपदों में आज पूरी तरह लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है । मेरी प्रदेश वासियों से अपील है कि वे 23 करोड़ जनता के स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य के लिये अपना सहयोग दें।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन पर जताई नाराजगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'लॉकडाउन को अब भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वे नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।’
जानें देश के किन प्रमुख राज्यों में लॉकडाउन
केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य सरकारों से उन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किये जाने का आदेश जारी करने को कहा है जहां कोविड-19 के पुष्ट मामले सामने आए या जहां इससे लोगों की मौत हुई है। इनमें दिल्ली के सात जिले शामिल हैं। इससे साथ ही अंतरराज्यीय बस सेवाएं भी 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया गया है। इसके अलावा 31 मार्च तक दिल्ली मेट्रो समेत सभी मेट्रो सेवाएं भी स्थगित रहेंगी । जिन 75 जिलों में केवल आवश्यक सेवाओं का ही परिचालन किये जाने का फैसला किया गया है, उनमें दिल्ली से सेंटल, पूर्वी दिल्ली, उत्तर दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर पूर्व दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, पश्चिम दिल्ली शामिल हैं । 75 जिलों की सूची में उत्तर प्रदेश का वाराणसी, गाजियाबाद, जीबी नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, लखनऊ शामिल है ।
महाराष्ट्र में अहमदनगर, औरंगाबाद, मुम्बई, नागपुर, मुम्बई उपनगरीय, पुणे, रत्नागिरि, रायगढ़, ठाणे, यवतमाल तथा केरल का अलापुझा, एर्नाकुलम, इडुकी, कन्नूर, कसारगोड, कोट्टयम, मल्लपुरम, तिरूवनंतपुरम, पथानामथिटा, त्रुसूर शामिल है । इसमें कर्नाटक से बेंगलूर, चिकबल्लभपुर, मैसूर, कोडागू, कालबुर्गी शामिल है ।
गुजरात से कच्छ, राजकोट, गांधीनगर, सूरत, बड़ोदरा, अहमदाबाद तथा हरियाणा से फरीदाबाद, सोनीपत, पंचकुला, पानीपत, गुरूग्राम और हिमाचल प्रदेश से कांगड़ा शामिल है । पंजाब से होशियारपुर, एसएएस नगर, एसबीएस नगर तथा राजस्थान से भीलवाड़ा, झुंझनू, सिकर, जयपुर तथा तमिलनाडु से चेन्नई, इरोड और कांचीपुरम शामिल है ।
तेलंगाना से हैदराबाद, भद्राद्री कोथागुडम, मेदचई, रंगा रेड्डी, संगारेड्डी तथा उत्तराखंड से देहरादून शामिल है । इस सूची में पश्चिम बंगाल से कोलकाता एवं उत्तरी 24 परगना, ओडिशा से खुर्दा तथा उत्तराखंड से श्रीनगर, जम्मू के अलावा चंडीगढ़ और आंध्रप्रदेश के प्रकाशम, विजयवाडा, विशाखापत्तनम शामिल हैं।
भारत में कोविड-19 के मामले बढ़कर 415 हुए
देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़कर 415 हो गए हैं। रविवार रात तक संक्रमित लोगों की संख्या 360 थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। इन आंकड़ों में 41 विदेशी नागरिक और अब तक हुई सात मौत शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र में रविवार को एक-एक मौत हुई जबकि पहले चार अन्य मौत कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब में हुई थीं। इन 415 संक्रमित लोगों में वे 24 लोग भी शामिल हैं जिनका इलाज किया जा चुका है या ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है या वो यहां से चले गए हैं।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 67 मामले हैं जिनमें तीन विदेशी नागरिक शामिल हैं। केरल से भी 67 मामले सामने आए हैं जिनमें सात विदेशी शामिल हैं। दिल्ली में संक्रमित लोगों की संख्या एक विदेशी समेत 29 है जबकि उत्तर प्रदेश में एक विदेशी समेत 28 लोग संक्रमित हैं। राजस्थान में दो विदेशी नागरिकों समेत 27 मामले हैं। तेलंगाना में 11 विदेशी समेत 26 मामले हैं। कर्नाटक में कोरोना वायरस के 26 मरीज हैं। हरियाणा, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड सहित देश भर से मामले सामने आए हैं।