लाइव न्यूज़ :

कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी स्थिति बद से बदतर हो रही, समूचा देश जोखिम में : केंद्र

By भाषा | Updated: March 30, 2021 20:40 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 30 मार्च केंद्र ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण संबंधी स्थिति ‘‘बद से बदतर हो रही है’’ और यह खास तौर पर कुछ राज्यों के लिए बड़ी चिंता का विषय है। इसने कहा कि पूरा देश जोखिम में है और किसी को भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए।

इसने कहा कि कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 10 जिलों में से आठ महाराष्ट्र से हैं और दिल्ली भी एक जिले के रूप में इस सूची में शामिल है।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन दस जिलों में सर्वाधिक उपचाराधीन मामले हैं, उनमें पुणे (59,475), मुंबई (46,248), नागपुर (45,322), ठाणे (35,264), नासिक (26,553), औरंगाबाद (21,282), बेंगलुरु नगरीय (16,259), नांदेड़ (15,171), दिल्ली (8,032) और अहमदनगर (7,952) शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से दिल्ली में कई जिले हैं, लेकिन इसे एक जिले के रूप में लिया गया है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा, ‘‘कोविड-19 संबंधी स्थिति बद से बदतर हो रही है। पिछले कुछ सप्ताहों में, खासकर कुछ राज्यों में, यह एक बड़ी चिंता विषय है। किसी भी राज्य, देश के किसी भी हिस्से या जिले को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम काफी अधिक गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, निश्चित तौर पर कुछ जिलों में। लेकिन पूरा देश जोखिम में है, इसलिए रोकने (संक्रमण के प्रसार को) और जीवन बचाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।’’

पॉल ने कहा, ‘‘अस्पताल और आईसीयू संबंधी तैयारियां तैयार रहनी चाहिए। यदि मामले तेजी से बढ़े तो स्वास्थ्य देखरेख प्रणाली चरमरा जाएगी।’’

संक्रमण दर के मुद्दे पर भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह औसत संक्रमण दर 23 प्रतिशत थी। इसके बाद पंजाब में 8.82 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 8.24 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 7.82 प्रतिशत, तमिलनाडु में 2.5 प्रतिशत, कर्नाटक में 2.45 प्रतिशत, गुजरात में 2.22 प्रतिशत और दिल्ली में औसत संक्रमण दर 2.04 प्रतिशत थी।

पूरे देश में पिछले सप्ताह औसत संक्रमण दर 5.65 प्रतिशत थी।

भूषण ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से संक्रमण के मामलों में वृद्धि की खबरें हैं और कोविड-19 संबंधी जांच में तेजी से वृद्धि किए जाने की और इसमें आरटी-पीसीआर जांच का अनुपात भी बढ़ाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार को, हमने इन राज्यों के साथ बैठक की और 47 जिलों के साथ भी चर्चा हुई। हमने उनसे जांच की संख्या बढ़ाने और आरटी-पीसीआर जांच पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। स्क्रीनिंग के लिए और घनी आबादी वाले उन क्षेत्रों में, जहां मामले क्लस्टर के रूप में सामने आ रहे हैं, रैपिड एंटीजन जांच का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।’’

वायरस के स्वरूपों के बारे में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दस प्रयोगशालाओं ने दिसंबर से अब तक 11064 नमूनों की ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ की है जिनमें से 807 नमूनों में ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्वरूप पाया गया, जबकि 47 नमूनों में वायरस का दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप मिला तथा एक नमूने में वायरस का ब्राजीलियाई स्वरूप मिला।

कोविड-19 रोधी टीकाकरण के तहत मंगलवार को सुबह 10 बजे तक कुल 6,11,13,354 खुराक दी जा चुकी हैं। इनमें से 81,74,916 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली खुराक तथा 51,88,747 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है। अग्रिम पंक्ति के 89,44,742 कर्मियों को पहली खुराक तथा 37,11,221 कर्मियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई है।

वहीं, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि ‘कोवैक्सीन’ तथा ‘कोविशील्ड’ दोनों टीके ब्रिटेन तथा ब्राजील में मिले सार्स-कोव-2 के नए स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं और वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप के खिलाफ विभिन्न प्रयोगशालाओं में कार्य जारी है।

भूषण ने यह भी कहा कि निजी अस्पतालों में कोविड रोधी टीकाकरण के मामले में 48.39 प्रतिशत के आंकड़े के साथ तेलंगाना पहले स्थान पर और 43.11 प्रतिशत के आंकड़े के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि वायरस का कोई भारतीय स्वरूप नहीं है।

भूषण ने कहा, ‘‘अधिकतर राज्यों में, लोगों को उचित रूप से पृथक नहीं किया जा रहा है। उनके (संक्रमित लोगों) करीबी संपर्क में आए लोगों का तीन के भीतर पता लगाया जाना चाहिए। करीबी संपर्क का मतलब सिर्फ परिवार नहीं, बल्कि वे सभी हैं जिनके संपर्क में संक्रमित व्यक्ति आया हो।’’

महाराष्ट्र में घर-घर जाकर टीकाकरण किए जाने संबंधी एक सवाल के जवाब में भूषण ने कहा कि केंद्र को राज्य सरकार से इस तरह की कवायद का कोई खास आग्रह नहीं मिला है।

पंजाब में कोरोना वायरस संबंधी स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि मामलों में वृद्धि से पता चलता है कि न तो वहां उचित संख्या में जांच की जा रही है और न ही संक्रमित लोगों को तत्काल पृथक किया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोग टीका लगवा पाएंगे जो अपना पंजीकरण कोविन प्लैटफॉर्म पर या आरोग्य सेतु ऐप पर करा सकते हैं या वे टीकाकरण स्थल पर ही पंजीकरण करा सकते हैं जो अपराह्न तीन बजे से शुरू होगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटअभ्यास छोड़ ‘बीच’ रिजॉर्ट में समय बिताएं खिलाड़ी, कोच ब्रेंडन मैकुलम ने कहा-करारी हार की वजह जरूरत से ज्यादा अभ्यास करना

भारतमहाराष्ट्र शीतकालीन सत्र: चाय पार्टी का बहिष्कार, सदनों में विपक्ष के नेताओं की नियुक्ति करने में विफल रही सरकार

भारतगोवा अग्निकांड: मजिस्ट्रियल जांच के आदेश, सीएम प्रमोद सावंत ने ₹5 लाख मुआवज़े की घोषणा की

बॉलीवुड चुस्कीबॉलीवुड डायरेक्टर विक्रम भट्ट ₹30 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार, जानें क्या है मामला

भारतसतत निगरानी, सघन जांच और कार्रवाई से तेज़ी से घटा है नक्सली दायरा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भारत अधिक खबरें

भारतयूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में योगी सरकार लाएगी 20,000 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट, 15 दिसंबर हो सकता है शुरू

भारतकांग्रेस के मनीष तिवारी चाहते हैं कि सांसदों को संसद में पार्टी लाइन से ऊपर उठकर वोट देने की आजादी मिले, पेश किया प्राइवेट मेंबर बिल

भारत32000 छात्र ले रहे थे शिक्षा, कामिल और फाजिल की डिग्रियां ‘असंवैधानिक’?, सुप्रीम कोर्ट आदेश के बाद नए विकल्प तलाश रहे छात्र

भारतभाजपा के वरिष्ठ शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव पर बोला तीखा हमला, कहा- नेता विपक्ष के नेता के लायक भी नहीं

भारतलालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने जमा किया ₹3 लाख 61 हजार रुपये का बिजली बिल, विभाग ने थमाया था नोटिस