नई दिल्लीः कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी लगातार संक्रमण फैल रहा है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 60 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और 800 से अधिक संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। राहत की बात यह है कि मरीज जल्दी ठीक हो रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 60 हजार, 963 नए मामले सामने आए हैं और 834 मौतें हुई हैं। अब तक देश में कोरोना के 23 लाख, 29 हजार, 639 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से 6 लाख, 43 हजार, 948 मामले सक्रिय हैं और 16 लाख, 39 हजार, 600 संक्रमित मरीज ठीक हो गए हैं। इसके अलावा अभी तक 46091 मरीजों की मौत हो चुकी है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों को कोविड-19 संक्रमण के मामलों में रोजाना की 'मामूली वृद्धि' से चिंतित नहीं होना चाहिए और आक्रामक तरीके से जांच करने, समग्र तरीके से संक्रमितों का पता लगाने और सही उपचार करने पर ध्यान रखने की नीति का पालन करना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 31 मार्च को कोविड-19 का इलाज करा रहे रोगियों की संख्या देश में संक्रमण के कुल मामलों का 88.83 प्रतिशत थी जो आज की तारीख में कम होकर 28.21 फीसदी हो गयी है। इस समय कोविड-19 के रोगियों में से एक प्रतिशत से भी कम रोगी वेंटिलेटर पर हैं, तीन प्रतिशत से भी कम ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और चार प्रतिशत से भी कम आईसीयू में हैं।
उसने कहा कि हमें व्यापक तस्वीर को अनदेखा नहीं करना चाहिए इसलिए हम कहते हैं कि रोजाना संक्रमण के मामलों में बहुत कम बढ़ोतरी से अत्यधिक चिंतित नहीं होना चाहिए। उन्हें आक्रामक तरीके से जांच करने, समग्र तरीके से संक्रमितों का पता लगाने, उन पर नजर रखने और सक्षम उपचार की नीति का पालन करते रहना चाहिए।
देश में कोविड-19 से मृत्युदर दो प्रतिशत से भी कम हो गयी है और इस समय 1.99 प्रतिशत है। यह पहले लॉकडाउन के बाद से सबसे कम है और घट रही है। कोविड-19 के मामलों के प्रभावी और त्वरित क्लीनिकल प्रबंधन के कारण राष्ट्रीय स्तर पर संक्रमण से स्वस्थ होने की दर बढ़कर 69.80 प्रतिशत हो गयी है।