नई दिल्ली। 25 अप्रैल कोरोना से निपटने को लेकर गठित मंत्री समूह ने देश के 45 शहरों में संक्रमण को लेकर चिंता जताई है. यहां 55 लाख लोगों की घर-घर जाकर स्कैनिंग की जाएगी. इन शहरों में नागपुर, मुंबई, नवीं मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, इंदौर, जयपुर, हैदराबाद, चेन्नई, सिलीगुुड़ी, सिवान, सेंट्रल दिल्ली, वेस्ट दिल्ली, नोएडा और आगरा आदि शामिल हैं. इन शहरों में लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा मुंबई और दिल्ली की तर्ज पर इन शहरों में चिकित्सकों को अस्पताल के पास होटल में रखकर और साप्ताहिक ड्यूटी चार्ट बनाकर सेल्फ क्वारंटाइन योजना के तहत कार्य करने के लिए कहा गया है.
कोरोना महामारी से लड़ाई में अब तक देश को कितनी सफलता मिली और आगे क्या तैयारी है. इसकी समीक्षा पर शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में मंत्री समूह की बैठक हुई. इसमें मंत्री समूह को अवगत कराया गया कि कोरोना से अब मृत्यु दर करीब 3.1% है, जबकि रिकवरी दर 20.66% है. तुलनात्मक रूप से यह अधिकांश देशों की तुलना में बेहतर है. जिसकी वजह देश में लागू लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव है. इससे कोरोना प्रबंधन और रोकथाम की रणनीति कारगर रही है. जिससे देश में कोरोना की औसत दोहरीकरण दर 10 दिन पहुंच गई है.
देश में बन रहे 59000 वेंटिलेटर, एक लाख से ज्यादा पीपीई किट और एन-95 मास्क
मंत्री समूह की बैठक में जानकारी दी गई कि कोरोना से जंग में देश में प्रतिदिन एक लाख से अधिक पीपीई किट और एन-95 मास्क का निर्माण किया जा रहा है. देश में 104 घरेलू निर्माता पीपीई किट और एन-95 मास्क बना रहे हैं. घरेलू निर्माताओं द्वारा वेंटिलेटर का उत्पादन भी शुरू हो गया है. 9 निर्माताओं को 59000 से ज्यादा वेंटीलेटर बनाने के आदेश दिए गए हैं. मंत्री समूह ने हॉटस्पॉट और क्लस्टर प्रबंधन की रणनीति के साथ देशभर में परीक्षण किटों की जांच नीति और उपलब्धता की भी समीक्षा की. जिन्हें प्रतिदिन किए जा रहे परीक्षणों की संख्या के साथ-साथ निजी प्रयोगशालाओं की संख्या के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
बैठक में कौन-कौन हुए शामिल
कोविड-19 पर उच्च स्तरीय मंत्री समूह की 13वीं बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई. इसमें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, जहाजरानी एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे मौजूद थे. इनके अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत, पर्यावरण सचिव और इम्पावर्ड ग्रुप के चेयरमैन सी. के. मिश्रा, एमएसएमई सचिव डा. अरुण के. पांडा और इम्पावर्ड ग्रुप-3 के अध्यक्ष पी. डी. वाघेला और सभी मंत्रालय सचिव और विभागीय अधिकारी उपस्थित थे. इन्होंने अभी तक किए गए कायार्ें से मंत्री समूह को अवगत कराया.
कोरोना वॉरियर्स पर है विशेष ध्यान
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा और सम्मान को लेकर हम पूरी तरह से गंभीर हैं. इसके लिए सरकार ने कड़े कानून का प्रावधान लागू किया है. इसके अलावा कोरोना वॉरियर्स को स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट और आईजीओटी प्रशिक्षण पोर्टल पर अपलोड 53 मॉड्यूल के साथ 14 पाठ्यक्र मों से प्रशिक्षित किया जा रहा है. वेबसाइट पर 113 वीडियो और 29 पेपर दिए गए हैं. अब तक 10 लाख से ज्यादा कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है.