वायनाड, छह जून कांग्रेस विधायकों ने रविवार को आरोप लगाया कि केरल सरकार वायनाड के मुत्तिल गांव में शीशम की लकड़ी वाले पेड़ों की कटाई और तस्करी में शामिल गैंगस्टरों को बचा रही है।
विधायक टी सिद्दीकी और आई सी बालकृष्णन ने पेड़ों की अवैध कटाई की वन विभाग के अलावा किसी अन्य एजेंसी से व्यापक जांच कराने की मांग की। सिद्दीकी ने बालकृष्णन के साथ मुत्तिल इलाके का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई का ऐसा आदेश कैसे जारी किया जा सकता है? ऐसा लगता है जैसे पैसे का लेन-देन हुआ हो। इसके पीछे के सभी अपराधियों का पर्दाफाश होना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “"वन विभाग को जांच का जिम्मा सौंपना सही नहीं है। सरकार को किसी अन्य एजेंसी से व्यापक जांच करानी चाहिए।”कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में इस मुद्दे की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की थी।
इस बीच, स्थानीय लोगों और आदिवासियों ने कहा कि पेड़ काटने वालों ने उन्हें वादे के अनुसार पूरा मुआवजा भी नहीं दिया। उनकी ही जमीन से पेड़ काटे गए और तस्करी की गई। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि इस मामले में कुछ सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। वन मंत्री ए के शशिंद्रन ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग के बाहर की एजेंसियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है, क्योंकि अपराध में वन अधिकारियों की संलिप्तता का संदेह है।
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