इंदौर, 22 अक्टूबर मध्यप्रदेश में एक महिला नेता से कथित दुष्कर्म के मामले में उज्जैन जिले के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के फरार बेटे को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। आरोपी को पुलिस साढ़े छह महीने से ढूंढ रही है।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुष्कर्म के मामले में फरार घोषित करण मोरवाल (30) की गिरफ्तारी पर इनाम की रकम को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये करने की बुधवार को घोषणा की थी। गृह मंत्री ने इसके साथ ही कहा था कि कांग्रेस विधायक के बेटे ने अगर दो दिन के भीतर खुद को पुलिस के हवाले नहीं किया, तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो सूबे के लिए नजीर बन जाएगी।
बहरहाल, शुक्रवार देर शाम तक करण को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मनीष कपूरिया ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया, ‘‘हमारे अलग–अलग दल करण की तलाश कर रहे हैं। उम्मीद है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’’
अधिकारियों ने बताया कि करण की तलाश कर रही पुलिस ने मंगलवार को उसके छोटे भाई शिवम को इंदौर के महिला पुलिस थाने लाकर पूछताछ की थी क्योंकि जांचकर्ताओं को लगा था कि उसे पता है कि बलात्कार का आरोपी कहां छिपा है।
चश्मदीदों के मुताबिक अपने छोटे बेटे शिवम से पुलिस की पूछताछ के बीच नाटकीय घटनाक्रम के तहत उज्जैन के बड़नगर क्षेत्र के कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल इंदौर के महिला थाने से सटे पलासिया थाने पहुंच गए थे और उन्होंने बंद कमरे में पुलिस अफसरों से गुप्त चर्चा की थी।
चर्चा के बाद विधायक जैसे ही पलासिया पुलिस थाने से बाहर निकले, मीडिया ने उनसे उनके बड़े बेटे करण के साढ़े छह महीने से फरार चलने के बारे में सवाल किए थे। हालांकि, वह सिर्फ इतना कहकर थाने से तुरंत रवाना हो गए थे कि उन्हें मीडिया के सामने अपना पक्ष नहीं रखना है।
अधिकारियों ने बताया कि करण के खिलाफ इंदौर के महिला थाने में दो अप्रैल को दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक मामला दर्ज कराने वाली महिला नेता का आरोप है कि विधायक के 30 वर्षीय बेटे ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
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