कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद उनके खेमे के पांच मंत्री सहित अब तक 22 कांग्रेस विधायक अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं।
हालांकि, कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि कमलनाथ का मास्टरस्ट्रोक आना अभी बाकी है। जबकि बीजेपी नेता का दावा है कि इस्तीफा देने वाले कांग्रेस विधायकों की संख्या 30 तक पहुंचेगी।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता पीसी शर्मा ने संख्याबल को लेकर कहा, 'निश्चित रूप से एक नई बात सामने आएगी। शाम तक आपको कमलनाथ का मास्टरस्ट्रोक देखने को मिलेगा।'
हालांकि उन्होंने यह बात किस आधार पर खी है यह साफ नहीं किया। कि आखिर इतने इस्तीफों के बाद किस मास्टरस्ट्रोक की संभावना बची रह जाती है।
वहीं, बीजेपी नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा था, 'मैं बेंगलुरु से 19 विधायकों का इस्तीफा लेकर आया हूं, शाम तक यह संख्या 30 तक पहुंच सकती है, कई कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं।'
मध्य प्रदेश की समझें राजनीति गणित
इसके बाद प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस इन 10 विधायकों में से आठ विधायकों को वापस लाने में अब तक सफल हो चुकी है। हालांकि, लापता हुए 10 विधायकों में से अब केवल कांग्रेस के दो विधायक हरदीप सिंह डंग एवं रघुराज कंसाना ही बचे हैं, जो अब तक गायब हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 भाजपा, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है।