नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक मामलों की समझ पर धारदार हमला करते हुये कांग्रेस ने आरोप लगाया की 6 साल से अधिक तक सरकार चलाने के बाद भी मोदी यह नहीं समझ पाये हैं कि देश की अर्थव्यवस्था को कैसे चलाना है।
राहुल ने मोदी सरकार के फ़ैसलों पर तंज कसा "खाद्य पदार्थ की महँगाई दर 11. 1 के पार, लेकिन पीएसयू कर्मचारियों का महँगाई भत्ता बढ़ाने के बजाय फ्रीज़ किया, सरकारी कर्मचारियों की हालत पस्त, पूंजीपति मित्र मुनाफ़ा कमाने में मस्त" राहुल के ट्वीट के बाद पार्टी ने सीधे मोदी की समझ पर सवाल खड़ा कर दिया।
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मोदी के फ़ैसलों को देख कर लगता है कि उनकी सरकार में अर्थव्यवस्था की बुनियादी समझ की कमी है। पार्टी का मानना था कि आज देश में "माँग " समाप्त हो गयी है, अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित के करने के लिये खपत को बढ़ाना होगा कर्मचारियों ,सेना ,पेंशन भोगियों की आय को कम करने का अर्थ है माँग और उपभोग को कम करना।
किसी मोदी पर हमला बोलते हुये कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रान्त की अर्थव्यवस्था चलाना और देश की अर्थव्यवस्था चलाने में बड़ा अंतर है ,मोदी देश को भी राज्य सरकार की तरह चला रहे हैं। हमारा देश दुनिया की तेज़ी से बढ़ते उन तीन देशों में शामिल था लेकिन मोदी सरकार के कुप्रबंधन ने भारत को 7 सबसे धीमी रफ़्तार वाली अर्थव्यवस्थाओं में पहुँचा दिया है। कांग्रेस ने सवाल किया कि वह बतायें कि अर्थव्यवस्था को लेकर असंवेदन शीलता और आर्थिक मामलों की उनकी न समझी के क्या कारण हैं।