नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा पर भ्रष्टाचार के दोहरे मापदंड अपनाने को लेकर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला।
पार्टी का आरोप था कि "न खाऊंगा, न खाने दूँगा " का नारा देने वाले प्रधानमंत्री मोदी किस तरह आँखें मूँद कर भ्रष्टाचार पर खामोश हैं। कांग्रेस को भ्रष्ट बताने वाले भूल जाते हैं कि कांग्रेस ने नटवर सिंह, पवन बंसल,अश्वनी कुमार, अशोक राव चव्हाण को महज छोटे-छोटे आरोपों को लेकर हटा दिया था, लेकिन मोदी, अमित शाह और नड्डा की तिकड़ी उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद चुप्पी लगाये बैठी है।
दरअसल कर्नाटक के मुख्यमंत्री वाई एस येदियुरप्पा की याचिका पर कर्नाटक उच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के आरोपों का खुलासा करते हुये हमला बोला और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के इस्तीफ़े की माँग की। पार्टी का आरोप है कि मुख्यमंत्री वाई एस येदियुरप्पा कंठ तक भ्रष्टाचार में डूबे हुये है, जो उच्च न्यायालय ने अपनी टिप्पणियों में साफ़ कर दिया है।
वाई एस येदियुरप्पा पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुये अपने खिलाफ चल रही जाँच को आगे नहीं बढ़ने दिया तथा 5 साल तक ठंडे बस्ते में डाल कर रखा। 662 करोड़ से अधिक के भ्रष्टाचार के मामले में जो ज़मीन घोटाला से जुड़ा था बावजूद इसके कि उससे जुड़े सारे साक्ष्य पहले ही सार्वजनिक हो चुके हैं पर कोई कार्रवाई नहीं होने दी।
अनुच्छेद 13 के अंतर्गत अनेक भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लेकर जो एफ़आईआर और शिकायत वाई एस येदियुरप्पा के खिलाफ अदालत में लंबित है उसे निरस्त करने के लिये वाई एस येदियुरप्पा ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की जिसे उच्च न्यायालय ने अपने 20 पन्नों के आदेश में सख्त टिप्पणियों के साथ निरस्त करने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस ने विपक्ष के साथ मिलकर इसी मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुये आज वाई एस येदियुरप्पा के इस्तीफ़े की माँग की।