चक्रवाती तूफान बुलबुल की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है। आशंका है कि चक्रवात बुलबुल एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। केन्द्र सरकार ने इसके लिए एडवाइजरी जारी की है। चक्रवात बुलबुल की वजह से बारिश के साथ-साथ तीव्र हवा चल रही है। हालात को देखते हुए एनडीआरएफ और पुलिस प्रशासन को काम पर लगाया गया है।
पीआईबी के मुताबिक कुछ जिलों में हवा की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है। यह तूफान आज सुबह पश्चिम बंगाल के पारादीप से लगभग 98 किलोमीटर और दक्षिण-पश्चिम में सागर द्वीप के 137 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था। तूफान पिछले छह घंटों के दौरान लगभग 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर की ओर बढ़ रहा है।
चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' शनिवार शाम या देर रात तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने इससे 135 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने के साथ तेज बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है। हालांकि मौसम विभाग ने यह भी कहा कि तूफान आज आधी रात तक धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
मौसम विभाग के अनुसार ‘बुलबुल’ अपने मार्ग में आने वाले तटीय क्षेत्रों और पश्चिम बंगाल के आस-पास के जिलों में तबाही मचा सकता है। घर, सड़कें, संचार और विद्युत सुविधाएं बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है। राज्य सरकार आने वाले खतरे को देखते हुए बचाव कार्य के लिए उचित कदम उठा रही है।
मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे 'बुलबुल' गंगासागर के 190 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। धीरे-धीरे कमजोर हो रहा यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल के गंगासागर समूह और बांग्लादेश के खेपूपारा के तट को पार कर सकता है।
मौसम विभाग ने कदम उठाने के लिए ‘रेड वॉर्निंग’ जारी की और प्रशासन से यह सुनश्चित करने को कहा कि मछली पकड़ने की गतिविधियां, नौका सेवाओं आदि को पूरी तरह बंद रखा जाए। उसने प्रभावित इलाकों के लोगों से घरों में रहने की अपील भी की है।
वहीं ओडिशा में, मौसम विभाग ने अगले छह घंटों के दौरान केदारपाड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक और बालासोर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
ओडिशा राज्य सरकार द्वारा एहतियात के तौर पर जगतसिंहपुर और बालासोर जिलों के विभिन्न हिस्सों में 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।