गाजीपुर, बलिया में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
By भाषा | Updated: August 13, 2021 21:40 IST2021-08-13T21:40:53+5:302021-08-13T21:40:53+5:30

गाजीपुर, बलिया में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
गाजीपुर/बलिया (उप्र), 13 अगस्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के 24 जिलों के 600 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और अधिकारियों को लोगों की युद्ध स्तर पर मदद करने का निर्देश दिये गये हैं ।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान शुक्रवार को गाजीपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के कई जलाशयों से पानी छोड़े जाने के कारण प्रदेश के 24 जनपदों के 600 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि लाखों लोग परेशान हैं, प्रभावित जिले का दौरा करने के साथ साथ वहां की स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं, जरूरी इंतजाम भी कर रहा हूं। गाजीपुर जिले में 32 राजस्व गांव के प्रभावित होने की खबर है ।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि तथा सरकारी अधिकारी व कर्मचारी संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित जनता की रक्षा करने व उन्हें राहत प्रदान करने का काम कर रहे हैं। पशुओं की सुरक्षा और चारे की व्यवस्था युद्ध स्तर पर करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन को कहा गया कि वह बाढ़ पीड़ितों को समय पर भरपूर राहत सामग्री उपलब्ध कराये। नदी का जल स्थिर है,अब ज्यादा सतर्कता बरतें। पुलिस विभाग को बाढ़ से पीड़ित लोगों के घरों के सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गयी है।
उन्होंने कहा कि एंटी रेबीज और एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन भरपूर मात्रा में उपलब्ध रखने को कहा है। उन्होंने जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि उन लोगों ने जिस प्रकार कोरोना वायरस को परास्त किया है। उसी तरह बाढ़ पीड़ितों की मदद करें।
मुख्यमंत्री ने बलिया में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश के 24 जिले के छह सौ से अधिक आबादी के गांव बाढ़ की चपेट में है । उन्होंने बताया कि बलिया जिले में गंगा, टोंस व सरयू नदी के बाढ़ व जल प्लावन से 112 राजस्व गांव की सवा लाख आबादी प्रभावित है ।
उन्होंने बताया कि वह प्रदेश के इटावा , औरैया , जालौन , हमीरपुर , वाराणसी व गाजीपुर की स्थिति की समीक्षा व सर्वेक्षण करने के बाद बलिया आये हैं । प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना के तहत प्रदेश में 17 करोड़ लोगों को सुविधा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जन प्रतिनिधियों के माध्यम से दस-दस किलो चावल, आटा, चना, भूजा, मिर्च, नमक आदि मुहैया कराया जा रहा है । इसके साथ ही किरोसिन तेल दिया जा रहा है तथा यह उपलब्ध न होने पर पेट्रोमैक्स व जेनरेटर से प्रकाश का प्रबंध किया गया है ।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि विस्थापित लोगों के लिए शिविर स्थापित किया गया है,पशुओं के चारे से लेकर टीकाकरण तक का व्यापक प्रबंध किया गया है । बाढ़ के समय व बाढ़ के बाद विषाणु जनित रोगों पर नियंत्रण को लेकर प्रशासन सचेत है ।
इस बीच राज्य राहत आयुक्त कार्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के 24 जिलों के 1171 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां बचाव और राहत अभियान जारी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में औसतन नौ मिमी बारिश दर्ज की गई जो सामान्य बारिश से 87 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक "सिद्धार्थ नगर, महाराजगंज, संत कबीर नगर, गोरखपुर, अंबेडकर नगर, बस्ती, मऊ, बलरामपुर, कुशीनगर, संत रविदास नगर, गोंडा और बहराइच सहित 12 जिलों में पिछले 24 घंटों में 25 मिमी या उससे अधिक बारिश हुई है।" सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पलिया कलां (खीरी) में शारदा नदी, चंद्रदीप घाट (गोंडा) में कुआनो नदी और तुर्तीपार (बलिया) में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली नदियां हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और राज्य की पीएसी को लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है और 59 बचाव दल 43 जिलों में पहले से तैनात हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।