सीएम नीतीश कुमार का ऐलान, बाहर से लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटीन के बाद मिलेंगे 1000 रुपये, नहीं लिया जाएगा टिकट का पैसा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 4, 2020 14:10 IST2020-05-04T14:00:25+5:302020-05-04T14:10:35+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपने एक वीडियो संदेश में कहा कि अभी तक 19 लाख लोगों को 1000 रुपये की राशि दी जा चुकी है।

सीएम नीतीश कुमार का ऐलान, बाहर से लौट रहे प्रवासियों को क्वारंटीन के बाद मिलेंगे 1000 रुपये, नहीं लिया जाएगा टिकट का पैसा
कोरोना महामारी के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (04 मई) को ऐलान किया कि जो मजदूर बाहर से आ रहे हैं, उन्हें 21 दिन तक क्वारंटाइऩ किया जाएगा। इसके अलावा क्वारेंटीन सेंटर से निकलने पर मजदूरों को खर्च के तौर पर न्यूनतम 1000 रुपये की राशि भी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले मजदूरों, छात्रों को टिकट के रुपये नहीं देने होंगे। उनके लिए क्वारंटीन सेंटर का भी इंतजाम किया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अभी तक 19 लाख लोगों को 1000 रुपये की राशि दी जा चुकी है। नीतीश कुमार ने कहा कि हम केंद्र सरकार को धन्यवाद देतें है कि जिन्होंने हमारा सुझाव माना। उन्होंने कहा कि हमने पहले की कहा था कि ट्रेन से ही बाहर फंसे लोगों की वापस लाया जा सकता है।
I want to thank Centre for considering the suggestion to run special trains to send the people of Bihar who are stranded in other states back to Bihar. Nobody will have to pay for the tickets. A quarantine centre has been set up here for them: Bihar Chief Minister Nitish Kumar. pic.twitter.com/Du0Z7GiPQ2
— ANI (@ANI) May 4, 2020
विपक्ष का नीतीश सरकार पर हमला
बताते चलें कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश 17 मई तक लॉकडाउन है। इस दौरान बिहार के प्रवासी मजदूर व कामगार देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में फंसे हुए हैं, जोकि लगातार अपने गांव जाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगा रहे हैं। हालांकि प्रदेश सरकार ने कुछ मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया है। इस बीच विपक्ष नीतीश कुमार पर हमलावर है। तेजस्वी यादव ने मजूदरों को लाने के लिए 50 ट्रेनों का किराया देने का ऐलान किया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, '15 साल वाली डबल इंजन सरकार अप्रवासी बिहारी मजदूरों को वापस नहीं लाने के बहाने खोज टाल-मटोल कर रही है। 5 दिनों में 3 ट्रेनों से लगभग 3500 लोग ही वापस आ पा रहे हैं। कभी किराया, कभी संसाधनों तो कभी नियमों का रोना रोते हैं। नीतीश सरकार की मंशा कतई मजदूरों को वापस लाने की नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय जनता दल शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ से 50 ट्रेन देने को तैयार है। हम मजदूरों की तरफ से इन 50 रेलगाड़ियों का किराया असमर्थ बिहार सरकार को देंगे। सरकार आगामी 5 दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करे, पार्टी इसका किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफर करेगी।'
बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 500 के पार
बिहार में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य के 31 जिलों में कोरोना फैल चुका है और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रविवार (03 मई) तक राज्य में आज अभी तक 21 कोरोना पॉजिटिव पाये गये, जिससे बिहार में संक्रमितों की संख्या बढकर कुल 503 तक पहुंच गई है। ताजे आंकड़े बिहार के विभिन्न जिलों से सामने आये हैं। राज्य में कोरोना से संक्रमित नए मरीजों में एक डेढ़ वर्ष की बच्ची भी पॉजिटिव पाई गई थी, जबकि संक्रमित बच्ची बक्सर जिले की है।