इस महीने 16 बार बढ़े पेट्रोल डीजल के दाम, अशोक गहलोत ने जताई चिंता, कहा- सरकार आमजन की मुश्किलें बढ़ा रही है
By अमित कुमार | Updated: May 31, 2021 14:20 IST2021-05-31T14:16:53+5:302021-05-31T14:20:59+5:30
पेट्रोल की कीमत राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुकी है।

(फाइल फोटो)
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला सोमवार को जारी रहा, जिसके चलते डीजल का दाम राजस्थान के कुछ स्थानों पर 98 रुपये प्रति लीटर के स्तर को पार कर गया। सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन कंपनियों द्वारा जारी मूल्य अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल की कीमत में 29 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 26 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई।
इस महीने की गई 16वीं बढ़ोतरी के साथ ही देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं। राजस्थान के श्री गंगानगर जिले में पेट्रोल की कीमत 105.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 98.08 रुपये प्रति लीटर हो गई। वैट और माल ढुलाई शुल्क जैसे स्थानीय करों के चलते विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं। देश में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट राजस्थान में लगता है, जिसके बाद मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का स्थान है।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईंधन की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि और बढ़ती मंहगाई को लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कोविड- 19 वैश्विक महामारी में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ाकर आमजन को मुश्किल में डाल रही है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये लीटर से अधिक हो गये हैं।
गहलोत ने कहा कि एक तरफ आम आदमी कोविड- 19 से और आमदनी कम होने से परेशान है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार मंहगाई से उसके लिये मुश्किल पैदा कर रही है। मुख्यमंत्री ने एक बयान में दावा किया कि केन्द्र सरकार की एक तिहाई कमाई पेट्रोल एवं डीजल पर कर से हो रही है। उन्होंने कहा कि जब केन्द्र सरकार को पेट्रोल एवं डीजल पर कर कम करके आम आदमी को राहत देनी चाहिए थी, तब इस साल के बजट में इन पर एक नया कर लगा दिया, जिससे परिवहन लागत बढ़ गई है और सभी चीजों पर मंहगाई बढ़ रही है। (भाषा इनपुट के साथ)