रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने हाल ही में पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें नोटबंदी का फायदा गिनाया जाए ताकि वो जनता के बीच में जा कर इसका उत्तर दे सके. अब उन्होंने अपने इसी पत्र पर प्रतिक्रिया दिया है.
एबीपी न्यूज़ के कार्यक्रम 'बिहार सम्मलेन' में उन्होंने इस बात को फिर से उठाया है कि नोटबंदी पर जो पत्र उन्होंने अरुण जेटली और नरेन्द्र मोदी को लिखा था उसका जवाब अभी तक उन्हें नहीं मिला है. और वो जवाब का इंतजार आज भी कर रहे हैं.
चिराग पासवान का ये पत्र उस समय सामने आया था जब बीजेपी और उनकी पार्टी के बीच लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर रस्साकस्सी चल रही थी. ऐसा कहा जा रहा था कि अगर लोजपा को मन मुताबिक सीटें नहीं मिली तो वो महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं.
लेकिन अमित शाह ने इस मुद्दे को सुलझा लिया था. क्योंकि उपेन्द्र कुशवाहा पहले ही भाजपा का साथ छोड़ चुके थे.
चिराग पासवान जमुई सीट से लोकसभा के सांसद हैं. और इस बार का चुनाव भी इसी सीट से लड़ेंगे. बीजेपी ने लोजपा को गठबंधन में 6 लोकसभा सीट और रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजेगी.