Modi Jinping Meet: जिनपिंग ने बातचीत को बताया दोस्ताना, पीएम मोदी ने याद दिलाया 2 हजार साल पुराना नाता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 12, 2019 12:18 PM2019-10-12T12:18:44+5:302019-10-12T12:18:44+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक मुलाकात खत्म हो गई है। अब दोनों देशों के प्रतिनिधि मंडल के बीच बैठक जारी है। पढ़ें दोनों नेताओं ने मुलाकात के बाद क्या कहा...
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग ने एकबार फिर मुलाकात की। कोवलम के रिजॉर्ट में दोनों नेताओं ने करीब 50 मिनट तक बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं के करीब ट्रांसलेटर के अलावा कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं था। दोनों नेताओं के बीच किन मुद्दों पर चर्चा हुई इस पर दोनों देश अलग से प्रेस रिलीज जारी करेंगे। फिलहाल प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत जारी है जिसमें विदेश मंत्री जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल भी शामिल हैं।
मेहमान नवाजी से अभिभूत हूंः जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि भारत की मेहमान नवाजी से अभिभूत हूं। यह मेरे लिए यादगार अनुभव है। कल और आज हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत हुई। हमने एक दूसरे से दोस्त की तरह बात की। वुहान की पहल पीएम मोदी ने की थी और यह बहुत अच्छी कोशिश साबित हो रही है।
2 हजार साल पहले आर्थिक शक्तियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि सांस्कृतिक धरोहरों के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण का परिचय कराने का गौरव मिला है। पिछले 2 हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां थीं। अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं। हमने तय किया था कि हम मतभेद को दूर करेंगे और विवाद नहीं बनने देंगे और एक दूसरे के चिंताओं के मामले में सेंसटिव रहेंगे।
शुक्रवार को मोदी और शी ने रात्रिभोज के दौरान करीब ढाई घंटे बातचीत की थी। उन्होंने आतंकवाद तथा कट्टरवाद से मिलकर निपटने पर बातचीत की थी और द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम देने के संकेत दिए थे। अधिकारियों ने बताया था कि इस तटीय शहर में समुद्र के किनारे स्थित एक रंगबिरंगे तम्बू के नीचे भव्य ‘शोर मंदिर’ परिसर में कल हुई बैठक तय समय से काफी लंबी चली। इस दौरान दोनों नेताओं ने तमिलनाडु के स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हुए जटिल मामलों समेत कई विषयों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों के अनुवादकों ने उनकी मदद की।