राउरकेला, 27 जुलाई ओडिशा के राउरकेला में बाल तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ कर पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया और डेढ़ साल की एक बच्ची को उनके चंगुल से मुक्त कराया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राउरकेला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिक्रम केशरी भोई ने बताया, ‘‘पांच महिलाओं समेत सात आरोपी ‘अच्छे परिवारों’ से आते हैं, जिनका इस स्टील शहर में अपना कारोबार है।
उन्होंने बताया कि गिरोह की आठवीं सदस्य भी महिला है और वह अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
भोई ने कहा, ‘‘ यह वास्तविक खुलासा है…हम इस अवैध गतिविधि के बारे में सब कुछ प्रकाश में लाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगे। हम हर पहलू से जांच करेंगे और ऐसा हो सकता है कि इसमें अंग बेचने का काला कारोबार भी शामिल हो।’’
उन्होंने बताया कि पुलिस को प्राथमिक जांच से जानकारी मिली है कि गिरोह ने ‘ झारखंड और छत्तीसगढ़ में बच्चे बेचे’ हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया जब यहां टिम्बर कालोनी में रहने वाली 40 वर्षीय एक महिला ने पुलिस में यह दावा करते हुए शिकायत दर्ज कराई कि दो स्थानीय महिलाएं उनकी पोती के बदले पैसा देने का वादा कर उसे लेकर गईं लेकिन कोई पैसा नहीं दिया।
इसके बाद शहर में छापेमारी हुई और सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी के अनुसार महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि उसे लड़की के बदले 40,000 और लड़के के बदले तीन लाख रुपये का वादा किया गया था।
उन्होंने दावा किया, ‘‘ हम एक दम यक़ीन से नहीं कह सकते हैं लेकिन खास तौर पर कोविड-19 संकट काल में वित्तीय परेशानियों ने ऐसा करने को मजबूर किया हो।’’
उन्होंने बताया कि बाद में बच्ची को उसके अभिभावकों को सौंप दिया गया।
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