नयी दिल्ली, 17 फरवरी केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित बोर्ड परीक्षाओं में जालसाजी और हेराफेरी करने के मामले में उन आठ लोगों को आरोपित किया है, जो कथित तौर पर परीक्षा नहीं देने वाले अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण करने में शामिल थे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भोपाल में सीबीआई की एक विशेष अदालत के समक्ष दाखिल अपने आरोप पत्र में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश के सीहोर, रतलाम और उमरिया में परीक्षा केंद्रों पर 2017 में कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में उपस्थित नहीं होने वाले ‘‘बड़ी संख्या में विद्यार्थियों’’ को एनआईओएस द्वारा उत्तीर्ण घोषित किया गया था।
सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘यह आरोप लगाया गया है कि अभियुक्तों ने परीक्षा केन्द्रों के उपस्थिति पत्रकों, विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं आदि में जालसाजी और हेराफेरी की है।’’
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने उन शिक्षार्थियों की प्रयुक्त उत्तर पुस्तिकाओं के रूप में सबूत कथित तौर पर नष्ट कर दिए जो परीक्षा में उपस्थित हुए थे।
जांच के दो साल से अधिक समय बाद एजेंसी ने आरोप पत्र दाखिल किया है।
सीबीआई दो आरोपियों के खिलाफ 13 मई, 2018 को पहले ही आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
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