किसानों का ‘चक्का जाम’, कई राज्य में प्रदर्शन, दिल्ली में सीमा सील, 10 मेट्रो स्टेशन बंद
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 6, 2021 13:15 IST2021-02-06T12:38:45+5:302021-02-06T13:15:22+5:30
दिल्ली पुलिस के आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस नजर रखेगी।

टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसान छोटे समूहों में जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपेंगे। (photo-ani)
नई दिल्लीःदेश भर के किसान केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में सीमा सील कर दिया गया है। 10 मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कहा कि छह फरवरी को दिल्ली में ‘चक्का जाम‘ नहीं होगा और इसने कहा कि देश के अन्य हिस्से में किसान तीन घंटे तक राजमार्गों को शांतिपूर्ण तरीके से जाम करेंगे।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान यूनियनों द्वारा घोषित 'चक्का जाम' के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली के कई प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। डीएमआरसी ने कई ट्वीट कर यात्रियों को सूचित किया कि कई स्टेशनों को बंद कर दिया गया है।
एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि ‘चक्का जाम’ के दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। ‘चक्का जाम’ शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किये जाने का प्रस्ताव है।
इसने ट्वीट किया, "मंडी हाउस, आईटीओ और दिल्ली गेट के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं।" बाद में की गई ट्वीट में कहा गया कि विश्ववद्यालय स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार भी बंद कर दिए गए हैं। डीएमआरसी ने कहा, "लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ और केंद्रीय सचिवालय के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध है।"
Entry/exit gates of Vishwavidyalaya station are also closed: Delhi Metro Rail Corporation https://t.co/sncjfStGIy
— ANI (@ANI) February 6, 2021
टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा, लेकिन इन दोनों राज्यों के किसानों को किसी भी समय दिल्ली बुलाया जा सकता है। गाज़ीपुर बार्डर प्रदर्शन स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसान छोटे समूहों में जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपेंगे।
Protesters block national highway near Shahjahanpur border (Rajasthan-Haryana), as part of 'Chakka Jaam' call given by farmers from 12 pm to 3:00 pm today.#FarmLawspic.twitter.com/QVPyqIndah
— ANI (@ANI) February 6, 2021
पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं -- सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बार्डर पर 70 से अधिक दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
Punjab: Protesters block roads as part of 'Chakka Jaam' call given by farmers from 12 pm to 3 pm today; visuals from Amritsar and Mohali#FarmLawspic.twitter.com/xt5GvLYBlj
— ANI (@ANI) February 6, 2021
एसकेएम ने एक बयान में कहा है, ‘‘दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा क्योंकि प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश के सभी मार्ग खुले रहेंगे, केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है।’’
Bengaluru: Police detain the protesters who were agitating outside Yelahanka Police Station against the farm laws as part of the countrywide 'chakka jaam' called by farmers today.
— ANI (@ANI) February 6, 2021
#Karnatakapic.twitter.com/NQz9WlmC21
एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा
एसकेएम ने बयान जारी कर कहा कि ‘चक्का जाम’ के दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। ‘चक्का जाम’ शनिवार को दोपहर 12 बजे से अपराह्न तीन बजे तक आयोजित करने का प्रस्ताव है। बयान में बताया गया है, ‘‘दिल्ली के अंदर चक्का जाम का कार्यक्रम नहीं होगा क्योंकि प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं।
दिल्ली में प्रवेश के सभी मार्ग खुले रहेंगे, केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है।’’ पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्से के हजारों किसान दिल्ली की तीन सीमाओं -- सिंघू, टीकरी और गाजीपुर में 70 से अधिक दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि ‘चक्का जाम’ पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा।
किसान आंदोलन स्थलों के आसपास के क्षेत्र में इंटरनेट बंद करने के खिलाफ तीन घंटे के लिए राजमार्गों को जाम करेंगे। एसकेएम के मुताबिक, चक्का जाम अपराह्न तीन बजे एक मिनट के लिए वाहनों के हॉर्न बजाकर समाप्त किया जाएगा। इसका उद्देश्य किसानों के साथ एकजुटता एवं समर्थन जताना है।
UP Police & administration have maintained security since farmers' protest began. We've got support from farmer organisations, with their cooperation & our effort no untoward incident has happened so far. Today also we've deployed adequate security force: UP ADG, Law & order pic.twitter.com/l76ATgSVwJ
— ANI UP (@ANINewsUP) February 6, 2021
इस बीच सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और वहां कई स्तर के बैरीकेड, कंटीले तार और सड़कों पर कील लगाए गए हैं। इसके अलावा वहां काफी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि 26 जनवरी को हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं, ताकि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में नहीं घुस पाएं।
चक्का जाम: पंजाब और हरियाणा में किसानों सड़कें अवरुद्ध कीं
किसान यूनियनों द्वारा शनिवार को आहूत राष्ट्रव्यापी 'चक्का जाम' के दौरान पंजाब और हरियाणा में नए केन्द्रीय कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई जगह सड़कें अवरुद्ध कर दीं। किसान यूनियनों ने सोमवार को घोषणा की थी प्रदर्शन स्थलों के आसपास के इलाकों में इंटरनेट पर पाबंदी लगाने, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित किये जाने और अन्य मुद्दों को लेकर वह छह फरवरी दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक देशव्यापी चक्का जाम के दौरान विरोधस्वरूप राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग अवरुद्ध करेंगे।
Haryana: Protests being held at Atohan Chowk near Palwal as part of countrywide 'Chakka Jaam' call given by farmers. pic.twitter.com/i5MCTe9GYE
— ANI (@ANI) February 6, 2021
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और यातायात का मार्ग बदलने के लिये सभी प्रबंध कर लिये हैं। विभिन्न किसान निकायों से जुड़े प्रदर्शनकारी किसानों ने शनिवार को विभिन्न स्थानों पर राजकीय और राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
J&K: Farmer organisations in Jammu stage protest on Jammu-Pathankot highway as part of the nationwide 'chakka jaam' called by farmers today.
— ANI (@ANI) February 6, 2021
"We appeal to the govt to repeal these laws. We support the farmers protesting on the borders of Delhi," says a protester pic.twitter.com/cpnLBt3TTl
भारती किसान यूनियन (एकता उग्रहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरिकलां ने कहा कि वे पंजाब के संगरूर, बरनाला और बठिंडा समेत 15 जिलों के 33 स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध कर रहे हैं। इससे पहले सुबह के समय किसानों ने दोनों राज्यों में चक्का जाम के लिये प्रदर्शन स्थलों पर एकत्रित होना शुरू कर दिया। अंबाला के निकट शंभू में पंजाब-हरियाणा सीमा पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ''बुजुर्ग और युवा चक्का जाम में हिस्सा लेने के लिये यहां एकत्रित हुए हैं।''