Bipin Rawat helicopter crash: तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर यानी ‘ब्लैक बॉक्स’ बृहस्पतिवार को बरामद कर लिया गया। बुधवार को हुई इस दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गई।
स्थानीय लोगों ने सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य कर्मियों के शवों को ले जाने वाली एम्बुलेंस के रूप में फूलों की पंखुड़ियों की बौछार की, जो कुन्नूर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे। नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर से सुलूर एयरबेस के लिए रवाना हो गया है।
भारतीय तिरंगे में लिपटे ताबूतों में पार्थिव शरीर सेना के सुसज्जित ट्रकों में वेलिंगटन में मद्रास रेजीमेंटल सेंटर ले जाए गए। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, तमिलनाडु के मंत्रियों और पूर्व सैनिकों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। पार्थिव शरीर बाद में सड़क मार्ग से करीब 70 किलोमीटर दूर कोयंबटूर ले जाए गए, जहां से उन्हें भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान में नयी दिल्ली ले जाया जाएगा।
एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त होने और आग लगने से उसमें सवार 63 वर्षीय रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य की मौत हो गयी। हादसे में केवल वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही जीवित बचे हैं। वह प्रतिष्ठित डीएसएससी में निदेशक हैं और उन्होंने सुलुर हवाई अड्डे पर जनरल रावत की अगवानी की थी जहां से वे हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन रवाना हुए।
इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 की मृत्यु हो गयी जिनमें सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं। सिंह ने बताया कि अन्य मृतकों में सीडीएस के रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर प्रतीक सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे।
कांचीपुरम मंदिर में बिपिन रावत के लिए मोक्ष दीप जलाया गया
तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों को मोक्ष मिलने की प्रार्थना के साथ कांचीपुरम के प्रसिद्ध श्री कामाक्षी अम्मन मंदिर में मोक्ष दीप जलाया गया।
कांची कामकोटी पीठम ने बृहस्पतिवार को बताया कि श्री कामाक्षी अम्मन मंदिर में दिवंगत आत्माओं को ‘मुक्ति’ मिलने की प्रार्थना के साथ मोक्ष दीप जलाया गया। कांची मठ ने एक बयान में कहा, ‘‘ सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के अन्य अधिकारियों की असामयिक मृत्यु बेहद दुखद है। यह पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है।’’
बयान में कहा गया कि जनरल रावत ने विभिन्न पदों पर सशस्त्र बलों की सेवा की थी। उनके बलिदान और राष्ट्र की सेवा को पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा। इसी बीच यहां एक संगठन हिंदू मुन्नानी ने सीडीएस बिपिन रावत के निधन को ‘देश के लिए बड़ी क्षति’ बताते हुए केंद्र सरकार से इस दुर्घटना की विस्तृत जांच की मांग की है।