नयी दिल्ली, एक दिसंबर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के अधिकारियों एवं अन्य की मिलीभगत से अनूप मांझी द्वारा कोयले के कथित अवैध खनन एवं बड़े पैमाने पर उसकी चोरी के सिलसिले में मंगलवार को फिर पश्चिम बंगाल के आसनसोल क्षेत्र में पांच स्थानों पर तलाशी शुरू की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एजेंसी ने मामला दर्ज करने के बाद 28 नवंबर को चार राज्यों में 45 स्थानों की सघन तलाशी ली थी।
अधिकारियों के अनुसार एजेंसी ने मंगलवार को आसनसोल क्षेत्र में ईसीएल के आरोपी अधिकारियों के कार्यालयों एवं आवासीय परिसरों की तलाशी शुरू की।
अधिकारियों के मुताबकि एजेंसी ने उन दस्तावेजों को खंगालना शुरू किया है जो उसे 28 नवंबर को तलाशी के दौरान मिले थे। उस दिन एजेंसी को 40 लाख रूपये नकद, दस्तावेज, इलेक्ट्रोनिक उपकरण एवं वित्तीय लेन-देन के कागजात मिले थे।
अधिकारियों का कहना है कि एजेंसी डिजिटल सबूत को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए केंद्रीय अपराध विज्ञान प्रयोगशाला भेज सकती है।
सीबीआई ने शुक्रवार को मांझी और ईसीएल के महाप्रबंधकों--(तब कुनुसटोरिया और अब पांडवेश्वर क्षेत्र के) अमित कुमार धर और (काजोर क्षेत्र के) जयेश चंद्र राय, ईसीएल के मुख्य सुरक्षा अधिकारी तन्मय दास, क्षेत्रीय सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय तथा एसएसआई एवं सुरक्षा प्रभारी (काजोर क्षेत्र) देबाशीष मुखर्जी के विरूद्ध मामला दर्ज किया था ।
अधिकारियों के अनुसार आरोप है कि मांझी उर्फ लाला कुनुसटोरिया और कोजरा इलाकों में ‘लीज होल्ड’ खदानों से कोयले के अवैध खनन एवं उसकी चोरी के धंधे में कथित रूप से लगा हुआ था।
सीबीआई ने ‘भरोसेमंद सूत्रों’ से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई की। उसे इन सूत्रों से सूचना मिली थी कि ईसीएल, सीआईएसएफ और रेलवे के अधिकारियों की मिलीभगत से ईसीएल के ‘लीजहोल्ड’ क्षेत्र में कोयले का अवैध खनन एवं उसकी चोरी हो रही है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।