बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार समाप्त

By भाषा | Updated: November 5, 2020 23:53 IST2020-11-05T23:53:32+5:302020-11-05T23:53:32+5:30

Campaigning ends for the third and final phase of Bihar assembly elections | बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार समाप्त

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार समाप्त

(इंट्रो में सुधार के साथ)

पटना, पांच नवंबर बिहार विधानसभा चुनाव के तृतीय और अंतिम चरण के तहत 15 जिलों के जिन 78 विधानसभा क्षेत्रों में सात नवंबर को मतदान होना है, उसके लिए चुनाव प्रचार बृहस्पतिवार शाम छह बजे थम गया।

इस चरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के दूरदराज जिलों अररिया और सहरसा में रैलियों को संबोधित किया और जनता से बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राजग में विश्वास बनाए रखने का आह्वान किया।

प्रधानमंत्री ने बिहार विधानसभा के इस चुनाव में कुल मिलाकर 12 रैलियों को संबोधित किया।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस चरण के लिए मधेपुरा और अररिया में चुनावी सभाओं को संबोधित किया और ईवीएम को एमवीएम (मोदी वोटिंग मशीन) बताया। इस पर भाजपा ने दावा किया कि विपक्ष के नेता अपनी आसन्न हार के मद्देनजर ऐसे आरोप लगा रहे हैं।

इस चरण के प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रैलियां में अजीब घटनाएं जारी रहीं। मधुबनी में एक चुनावी रैली में नीतीश की ओर पत्थर और प्याज फेंके जाने पर उन्होंने ऐसा करने वालों से कहा, ‘‘फ़ेंको, और फ़ेंको।’’

विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार एवं राजद नेता तेजस्वी यादव भी लगातार अपने प्रचार अभियान में लगे रहे और इस चरण के लिए कई रैलियों को संबोधित किया।

भाजपा ने विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए अपने कई दिग्गजों को मैदान में उतारा जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल थे जिन्होंने बार-बार राज्य के मतदाताओं से राजग का समर्थन करने का आग्रह किया।

बिहार में इस बार का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ रही लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस चरण में कई रैलियां की और रोड शो किए। लोजपा को इस चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार्य नहीं हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के अंतर्गत राज्य के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र के कई विधानसभा क्षेत्र आते हैं।

रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और मायावती की बसपा सहित कुल छह दलों का गठबंधन बनाकर यह चुनाव लड़ रही है एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और मोदी को बढ़ावा मिलने के लिए कांग्रेस-राजद गठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए अल्पसंख्यकों से आग्रह किया कि वे इन दोनों दलों को इस चुनाव में किनारे लगा दें।

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि तृतीय चरण के कुल 78 विधानसभा क्षेत्रों में सात नवम्बर को मतदान होना है और उनके लिए बुधवार शाम छह बजे प्रचार समाप्त हो गया।

ये 78 विधानसभा क्षेत्र राज्य के जिन जिलों में पड़ते हैं उनमें पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली तथा समस्तीपुर शामिल हैं। इस चरण में कुल 1204 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 110 महिला उम्मीदवार शामिल हैं।

तृतीय चरण में सबसे अधिक प्रत्याशी (31) गायघाट में तथा सबसे कम प्रत्याशी (9) चार विधानसभा क्षेत्रों ढ़ाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट और बहादुरगंज में हैं|

इस चरण में राजग में शामिल भाजपा के 29 एवं जदयू के 29 तथा विपक्षी महागठबंधन में शामिल राजद के 44 उम्मीदवार, कांग्रेस के 21, भाकपा के 2 उम्मीदवार के अलावा रालोसपा के 21, बसपा के 15 तथा लोजपा के 35 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

अंतिम चरण में अपनी सीट बरकरार रखने की चाह रखने वालों में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी और राज्य के कैबिनेट मंत्री सुरेश शर्मा और प्रमोद कुमार प्रमुख हैं ।

मधेपुरा जिले के बिहारीगंज से कांग्रेस की उम्मीदवार सुभाषिनी यादव अपने पिता एवं दिग्गज समाजवादी नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की राजनीतिक विरासत को बचाने चुनावी मैदान में पहली बार उतरी हैं।

बिहार विधानसभा के तृतीय चरण में क्षेत्रवार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र वाल्मीकिनगर है जबकि मतदातावार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र सहरसा है। वहीं मतदातावार सबसे छोटा विधानसभा क्षेत्र हायाघाट है। इस चरण में कुल 2,35,54,071 मतदाता मतदान करने के लिए पात्र हैं जिसमें 1,12,06,378 महिला तथा 894 ट्रांसजेन्डर शामिल हैं।

तृतीय चरण के चुनाव के लिए कुल 33,782 मतदान केन्द्र बनाये गये हैं, जिसके लिए इतने ही कंट्रोल यूनिट तथा वीवीपैट एवं 45,953 बैलेट यूनिट की व्यवस्था की गई है।

तृतीय चरण में वैसे मतदान केन्द्र जहाँ मतदान का समय सामान्य समय (पूर्वाहन 07:00 बजे से अपराहन 06:00 बजे तक) से भिन्न होगा उनमें कुल चार विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इन चार विधानसभा क्षेत्रों में पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर एवं रामनगर तथा सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर एवं महिषी में मतदान का समय पूर्वाह्न 700 बजे से अपराह्न 400 बजे तक निर्धारित किया गया है ।

बिहार विधानसभा निर्वाचन 2020 के साथ ही वाल्मीकिनगर लोकसभा उपनिर्वाचन 2020 के लिए भी सात नवम्बर 2020 को मतदान की तिथि निर्धारित है जिसमें कुल 07 प्रत्याशी मैदान में हैं|

इनके लिए कुल 1727837 मतदाता मतदान के लिए पात्र हैं जिसमें 806609 महिला तथा 95 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। वाल्मीकिनगर लोकसभा उपनिर्वाचन 2020 के लिए 2478 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।

Web Title: Campaigning ends for the third and final phase of Bihar assembly elections

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