लाइव न्यूज़ :

CAA विरोधः इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने छात्रों से की अपील, कहा- न हों हिंसक, अपमानजनक बयानबाजी से बचें

By रामदीप मिश्रा | Updated: January 9, 2020 14:14 IST

CAA Protest: रामचंद्र गुहा ने सीएए को अनैतिक और संविधान की भावना के विरुद्ध बताया है। वह कह चुके हैं कि कोई भी समझदार और न्यायपूर्ण सरकार इसे वापस ले लेगी। एनआरसी को तत्काल वापस लेना विश्वास बहाल करने और देश को मरहम लगाने के लिए पहला आवश्यक कदम है। 

Open in App
ठळक मुद्दे रामचंद्र गुहा CAA को लेकर लगातार विरोध के सुर मुखर किए हुए हैं।रामचंद्र बेंगलुरु में छात्रों को संबोधित किया और उनसे अनुरोध किया कि वे हिंसा का सहारा न लें।

प्रतिष्ठित इतिहासकार और लेखक रामचंद्र गुहा संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर लगातार विरोध के सुर मुखर किए हुए हैं। इस बीच उन्होंने बीते दिन बुधवार (08 जनवरी) को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में छात्रों को संबोधित किया और उनसे अनुरोध किया कि वे हिंसा का सहारा न लें।

रामचंद्र गुहा ने छात्रों से कहा, 'मैं छात्रों से अहिंसक होने का आग्रह करूंगा। अब हम दक्षिणपंथ की तानाशाही के खिलाफ हैं लेकिन हमें वामपंथी सत्तावाद के प्रति भी सचेत रहना होगा। अपमानजनक बयानबाजी का इस्तेमाल न करें। हालांकि आलोचना करें।'   बता दें कि रामचंद्र गुहा ने सीएए को अनैतिक और संविधान की भावना के विरुद्ध बताया है। वह कह चुके हैं कि कोई भी समझदार और न्यायपूर्ण सरकार इसे वापस ले लेगी। एनआरसी को तत्काल वापस लेना विश्वास बहाल करने और देश को मरहम लगाने के लिए पहला आवश्यक कदम है। 

गुहा उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें शहर में लागू निषेधाज्ञा की अवहेलना करते हुए बेंगलुरु टाउन हॉल के समीप संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लिए जाने पर उन्होंने कहा था कि यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है कि पुलिस शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी नहीं करने दे रही जो कि नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है।

वहीं चेन्नई में अभिनेता एवं मक्कल नीधि मैयम प्रमुख कमल हासन ने गुहा को हिरासत में लिए जाने की कटु आलोचना की थी। हासन ने ट्वीट कर कहा था कि वह गुहा को गिरफ्तार करके सत्याग्रह की आग को भड़काने के लिए सरकार की मुर्खता पर तालियां पीट-पीटकर हंस रहे हैं। 

गुहा को हिरासत में लिए जाने पर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि केन्द्र सरकार देश के प्रतिष्ठित इतिहासकार से डर गई है। यह सरकार छात्रों से डरी हुई है। यह सरकार कैब और एनआरसी के मुद्दे पर मीडिया से बातचीत करने और गांधीजी का पोस्टर पकड़ने पर देश के प्रतिष्ठित इतिहासकारों में से एक से डरी हुई है। मैं राम (चन्द्र) गुहा को हिरासत में लेने की आलोचना करती हूं। 

टॅग्स :कैब प्रोटेस्टकर्नाटक
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टKarnataka: बेलगावी में स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म, 2 आरोपी गिरफ्तार

भारतKarnataka Politics: एक बार फिर ब्रेकफास्ट टेबल पर सिद्धारमैया-शिवकुमार, डिप्टी सीएम के घर पहुंचे CM सिद्धारमैया

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

क्रिकेटकर्नाटक राज्य क्रिकेट संघः क्या फिर से बाजी मार पाएंगे पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद?, केएससीए चुनाव में केएन शांत कुमार दे रहे टक्कर

भारतनाश्ते में इडली और वड़ा के साथ ही सत्ता की खींचतान कम?, आखिर कैसे 60 दिन बाद सीएम सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार फिर से एकजुट?, जानें कहानी

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत