चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ तेजी से पश्चिम उत्तर दिशा में पड़ोसी देश में सुंदरबन की डेल्टा की तरफ बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को बुलबुल तूफान सुंदरबन नेशनल पार्क (बंगाल) से 30 किमी दक्षिण पश्चिम की ओर बंगाल के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है।
कोलकाता में भी 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और इसे 70 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है। पूरे इलाके में भारी बारिश हो रही है। ‘बुलबुल’ तूफान की वजह से हो रही बारिश के कारण अबतक एक-एक मौत पश्चिम बंगाल और ओडिशा में होने की उम्मीद है।
वहीं, कोलकाता में बिचाली घाट में फेरी सर्विसेस को बंद कर दिया गया है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मछुआरों को निर्देश दिया गया है कि वह आज 12 बजे तक समुद्र में न जाएं। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि अगले 36 घंटों के दौरान दक्षिण असम और मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रही हैं और प्रशासन आपात स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रहा है। उन्होंने लोगों से सयंम बरतने और भयभीत नहीं होने की अपील की। मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे 'बुलबुल' गंगासागर के 190 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। धीरे-धीरे कमजोर हो रहा यह चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल के गंगासागर समूह और बांग्लादेश के खेपूपारा के तट को पार कर सकता है।
मौसम विभाग ने कदम उठाने के लिए ‘रेड वॉर्निंग’ जारी की और प्रशासन से यह सुनश्चित करने को कहा कि मछली पकड़ने की गतिविधियां, नौका सेवाओं आदि को पूरी तरह बंद रखा जाए। उसने प्रभावित इलाकों के लोगों से घरों में रहने की अपील भी की है।
वहीं ओडिशा में, मौसम विभाग ने अगले छह घंटों के दौरान केदारपाड़ा, जगतसिंहपुर, भद्रक और बालासोर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
ओडिशा राज्य सरकार द्वारा एहतियात के तौर पर जगतसिंहपुर और बालासोर जिलों के विभिन्न हिस्सों में 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।