Budget 2020: डेरेक ओ ब्रायन का ट्वीट, टैक्स कट की गोली मत दो, कर छूट को बारीकी से देखें
By भाषा | Updated: February 1, 2020 15:43 IST2020-02-01T15:43:56+5:302020-02-01T15:43:56+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश करते हुये कर छूट के दायरे में कटौती करने की घोषणा करते हुये पांच से साढ़े सात लाख रुपये सालाना आय के लिये 20 प्रतिशत कर सीमा को घटाकर 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘70 प्रतिशत कर छूट वापस ले ली गई है।
तृणमूल कांग्रेस ने बजट में कर छूट के प्रस्ताव पर सवालिया निशान लगाते हुये कहा है कि देश में सामाजिक सुरक्षा के अभाव में कर छूट बेमानी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट पेश करते हुये कर छूट के दायरे में कटौती करने की घोषणा करते हुये पांच से साढ़े सात लाख रुपये सालाना आय के लिये 20 प्रतिशत कर सीमा को घटाकर 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं पार्टी के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर कहा, ‘‘टैक्स कट की गोली मत दो। कर छूट को बारीकी से देखें। सरकार ने ऐसे देश में जहां सामाजिक सुरक्षा नहीं है, बचत पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि हटा दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘70 प्रतिशत कर छूट वापस ले ली गई है। यह छूट पीपीएफ, एलआईसी और स्वास्थ्य बीमा आदि से पैसे की बचत पर प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलती थी।’’
दशक का पहला दिवालिया बजट : अखिलेश
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बजट को दिशाहीन बताते हुये कहा है, ‘‘वित्त मंत्री ने इस दशक का पहला दिवालिया बजट पेश किया है।’’ अखिलेश ने शनिवार को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किये जाने के बाद संसद भवन परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा, ‘‘हमें उम्मीद नहीं है कि इस बजट से किसानों के जीवन में कोई बदलाव आयेगा, गरीब के परिवार में कोई खुशहाली आयेगी। ’’
उन्होंने कहा कि बजट में नौजवानों के लिये रोजगार के नये अवसर सृजित करने के कोई प्रावधान नहीं किए गए हैं। उत्तर प्रदेश को बजट में नजरंदाज किए जाने का आरोप लगाते हुये उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश के लिये आयोजित सम्मेलन में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आये लेकिन इसके बावजूद कोई निवेश नहीं आया।
अखिलेश ने वित्त मंत्री के लंबे बजट भाषण पर तंज कसते हुये कहा कि यह लोगों को भ्रमित करने का एक तरीका था। उन्होंने कहा, ‘‘यह बजट इतना बड़ा इसीलिये था कि लोग समझ न पायें। लोग उलझे रहें।’’