मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट शनिवार (01 फरवरी) को संसद में पेश हुआ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2020 को पेश किया। इस बजट पर विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंधवी ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा कि दुश्मन न करे दोस्त ने जो काम किया है, साल भर का गम, गरीबों पर जुल्मों सितम, फिर से, जनता को इनाम दिया है।
वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पेश हुए आम बजट को खोखला करार देते हुए शनिवार को कहा कि इसमें कुछ ठोस नहीं था और बेरोजगारी से निपटने को लेकर कुछ नहीं कहा गया है।
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा था, ''किसानों की आय दोगुना करने का वित्त मंत्री का दावा खोखला है और तथ्यात्मक वास्तविकता से परे है। कृषि विकास दर दो फीसदी हो गयी है। आय दोगुनी करने के लिए कृषि विकास दर को 11 फीसदी रहना होगा।'' उन्होंने दावा किया, '' निर्मला सीतारमण बजट संबन्धी गणित को स्पष्ट करने में विफल रही हैं। नवंबर महीने तक जो राजस्व आया है वो बजट आकलन का सिर्फ 45 फीसदी है।''
शर्मा ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए कहा, ''लच्छेदार भाषा और ऊंची आवाज में बोलना और पुरानी बातें करने का कोई मतलब नहीं।''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ऐसे दौर में जबकि भारत आर्थिक रूप से नीचे की ओर जा रहा है, वित्त मंत्री सीतारमण का बजट भाषण आम नागरिकों की मदद करने के बजाए प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) की सराहना पर अधिक केन्द्रीत है। गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वर्ष 2020-21 के लिए बजट पेश किया।