नयी दिल्ली, 13 मई पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बाद हिंसा से प्रभावित परिवारों से मिलने के लिए राज्य के दौरे पर गये राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्हें इस बात के सबूत मिले हैं जो दलितों पर कथित ‘अत्याचार’ की कहानी बयां करते हैं।
ऐसे ही एक पीड़ित परिवार से मिलने के लिए पूर्वी वर्धमान जिले के नबग्राम का दौरा करने के बाद सांपला ने कहा, ‘‘ टूटी छत, बिखरे पड़े घर के सामान, शिकायतकर्ता के ताला जड़े मकान नजर आये और उनके रिश्तेदारों ने अनुसूचित जाति के परिवारों पर किये गये अत्याचार के बारे में बताया।’’
आयोग के बयान के अनुसार जब सांपला बृहस्पतिवार को शिकायतकर्ता आशीष खेत्रपाल के घर पहुंचे तब उनके मकान पर ताला लगा था।
बयान के अनुसार यहां तक जिला प्रशासन एवं स्थानीय पुलिस अधिकारियों को भी यह ज्ञात नहीं है कि शिकायतकर्ता कहां है।
घायलों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर मिलने पर सांपला उनसे मिले।
बयान में कहा गया है, ‘‘ जब वे भयावह घटना के बारे में बता रहे थे तब उनकी आंखों में आंसू थे। उनकी पत्नी की हत्या कर दी गयी और उनके भाई को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया।’’
जिले के एक अन्य गांव की चर्चा करते हुए बयान में बताया गया है कि तीन मई को वहां अनुसूचित जाति परिवारों की 12 दुकानों को निशाना बनाया गया, उनमें तोड़फोड़ की गयी और उन्हें लूट लिया गया।
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