कोटा (राजस्थान), 12 दिसंबर ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा की रविवार को ''बूंदी के 26वें राजा'' के तौर पर ताजपोशी हुई। हाड़ा के नाम पर शाही उत्तराधिकारी परिवार ने आपत्ति जतायी है। हाड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडर हैं और उन्हें सेना के कई पदकों से सम्मानित किया जा चुका है।
शाही परिवार के आखिरी राजा कर्नल म्हारो राजा बहादुर सिंह के बेटे और शाही परिवार के उत्तराधिकारी रंजीत सिंह के निधन के बाद 11 वर्षों से यह शाही पद रिक्त था क्योंकि उनकी कोई संतान नहीं थी। हाड़ा राजपूत समुदाय ने इतने लंबे समय से शीर्ष पद खाली रहने के बीच अगले ‘राजा’ का नाम चुनने के लिए ''पाग'' समिति गठित की थी।
'पाग' का मतलब, राजा के निधन के बाद उसके उत्तराधिकारी को पहनायी जाने वाली पगड़ी से है। पाग समिति ने कुल 118 पूर्व जागीरदारों और ठिकानेदारों में से 108 की सहमति से चार दिसंबर को ब्रिगेडियर हाड़ा को बूंदी का अगला राजा नामित किया, जो स्वतंत्रता से पहले एक रियासत थी।
कोटा-जयपुर मार्ग पर सतुर गांव स्थित मां रक्तदंतिका मंदिर में रविवार को पाग समारोह में ब्रिगेडियर हाड़ा की ताजपोशी हुई।
इस बीच, बलभद्र सिंह के नेतृत्व वाले वंशानुगत उत्तराधिकारी के परिवार ने हाड़ा की ताजपोशी का विरोध किया।
सिंह ने कहा कि चूंकि अंतिम राजा बहादुर सिंह कापरेन शाही परिवार से उनके भाई थे और उन्हें बूंदी के तत्कालीन राजा ईश्वरी सिंह ने गोद लिया था, ऐसे में उनके पुत्र वंशवर्धन सिंह बूंदी के शाही पद के उत्तराधिकारी हैं।
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