लोकसभा चुनाव 2019 को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया है। प्रियंका गांधी की राजनीतिक में औपचारिक एंट्री को कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन इसी के साथ कांग्रेस के इस ऐलान पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रतक्रिया आनी शुरू हो गई है।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के इस फैसले को परिवारवाद से जोड़ा है। संबित पात्रा ने कहा है कि परिवार वाद का इससे अच्छा कोई और उदारहण नहीं है। संबित पात्रा ने कहा कि आज फिर साबित हो गया कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है क्योंकि आज पार्टी के पहले परिवार से राज्याभिषेक हुआ है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस फैसले से सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी की नाकामी को मान लिया गया है और इस कारण ही प्रियंका गांधी को बैसाखी के तौर पर आगे लाया गया है।
महागठबंधन को लेकर संबित पात्रा ने आगे कहा कि हर राज्य से नकारे जाने के बाद बैसाखी भी कांग्रेस परिवार से ही ढूंढा जा रहा है। आपको बता दें कि यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है।
कांग्रेस ने इसी के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया है। के. सी. वेणुगोपाल कांग्रेस संगठन के प्रभारी होंगे। खबरों के मुताबिक, प्रियंका गांधी फरवरी 2019 से अपना कार्यभार ग्रहण करेंगी। पार्टी ने इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को एआईसीसी का महासचिव बनाया है। उन्हें पश्चिमी यूपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहले से उत्तर प्रदेश के प्रभारी रहे गुलाम नबी आजाद को हरियाणा का प्रभारी बना दिया गया है। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कांग्रेस के अधिकारि ट्विटर हैंडल पर एक पत्र जारी कर ये घोषणा की।
प्रियंका गांधी बिजनेसमैन रॉबर्ट वार्डा की पत्नी हैं। प्रियंका गांधी राहुल गांधी की बहन हैं। प्रियंका देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी हैं। प्रियंका की दादी इंदिरा गांधी और परनाना जवाहरलाल नेहरू भी देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। प्रियंका गांधी ने दिल्ली के लेडी इरविन कॉलेज से पढ़ाई की है। उनके प्रियंका और रॉबर्ट के दो बच्चे हैं।