मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष नेता और भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी और सत्तारूढ़ शिवसेना के बीच कुछ मुद्दे हैं लेकिन वे दुश्मन नहीं है और कहा कि राजनीति में कोई अगर और लेकिन नहीं है । महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या भाजपा औऱ शिवसेना फिर एक साथ आ सकते हैं ।
फड़नवीस ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 'राजनीति में कोई अगर और लेकिन नहीं है । मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं । शिवसेना के साथ हमारे कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं है।'
महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि हमारे दोस्त (शिवसेना) ने हमारे साथ 2019 का विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन चुनाव के बाद उन्होंने दूसरे (राकांपा और कांग्रेस) लोगों के साथ हाथ मिलाया जिसके खिलाफ खबर चुनाव लड़ा था।
दरअसल 2019 के महाराष्ट्र चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों सहयोगी पार्टियों में मतभेद होने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाई।
इस बीच शिवसेना नेता संजय रावत पर तंज कसते हुए फड़नवीस ने कहा मुझे इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि संजय रावत किस भाजपा नेता से मिले हैं या नहीं । संजय राउत सुबह कुछ और रात में कुछ और बोलते हैं ।
फड़नवीस की यह टिप्पणी तब आई जब राउत ने 3 जुलाई को भाजपा नेता आशीष शेलार के साथ अपनी मुलाकात के बारे में अफवाहों को खारिज करने की कोशिश की थी । उन्होंने कहा था कि इस तरह की अफवाह जितनी अधिक फैलेगी एमवीए गठबंधन उतना मजबूत होगा । हमारे बीच राजनीतिक और वैचारिक मतभेद हो सकते लेकिन अगर हम सामने आते हैं तो एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं । मैंने खुलेतौर पर शेलार के साथ बैठकर कॉफी पी है ।