अनंतनाग में लश्कर के आतंकवादियों ने भाजपा सरपंच और पत्नी की गोली मारकर हत्या की
By भाषा | Updated: August 9, 2021 21:49 IST2021-08-09T21:49:10+5:302021-08-09T21:49:10+5:30

अनंतनाग में लश्कर के आतंकवादियों ने भाजपा सरपंच और पत्नी की गोली मारकर हत्या की
श्रीनगर, नौ अगस्त जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े एक सरपंच के घर में सोमवार को घुस आए और सरपंच एवं उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी पत्नी भी भाजपा से पंच थीं। घाटी में इस साल भाजपा के पांच नेता आतंकवादी हमले में मारे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना लाल चौक इलाके में शाम चार बजे हुई। दो आतंकवादी यहां सरपंच गुलाम रसूल डार के किराए के मकान में घुस आए और उन्होंने उन पर तथा उनकी पत्नी जौहरा बेगम पर गोलियां बरसा दीं। उन्होंने बताया कि सरपंच और उनकी पत्नी को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
घटना के तुरंत बाद, पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) (कश्मीर रेंज) विजय कुमार स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचे।
आईजीपी ने कहा, ‘‘इस बर्बर आतंकवादी घटना के पीछे प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के दो मोटरसाइकिल सवार आतंकवादी शामिल थे।’’
पुलिस ने बताया कि दंपती को स्नो कैप होटल, कुलगाम में एक सुरक्षित आवास प्रदान किया गया था और दोनों थोड़े समय के लिए वहां रुके भी थे, लेकिन वे अनंतनाग टाउन में अपने घर जाने का लगातार अनुरोध कर रहे थे।
पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘उनके अनुरोध पर उन्हें अनंतनाग स्थित घर में रहने की अनुमति दे दी गई। उन्हें एक पीएसओ (सुरक्षा सेवा अधिकारी) भी मुहैया कराया गया था, जो घटना के समय ड्यूटी से अनुपस्थित पाया गया । उक्त पीएसओ को निलंबित कर दिया गया है।’’
पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और इस आतंकवादी घटना संबंधी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए जांच की जा रही है।
कुलगाम के रेडवानी के निवासी डार भाजपा से संबद्ध सरपंच थे। उन्होंने पिछले साल जिला विकास परिषद् का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे । वह कुलगाम में भाजपा के किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष भी थे और अनंतनाग में किराए के मकान में रह रहे थे। डार और उनकी पत्नी की हत्या के बाद भाजपा के पांच नेता इस साल आतंकवादियों के हमले में मारे गए हैं।
बारामूला जिले के सोपोर इलाके में इस साल मार्च में नगर परिषद पर हुए हमले में भाजपा के दो पार्षदों की मौत हो गई थी, जबकि इसी साल दो जून को पुलवामा जिले के त्राल से भाजपा पार्षद राकेश पंडिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।आतंकवादियों ने इस वर्ष नागरिकों, पुलिसकर्मियों और सेना के जवानों को भी निशाना बनाया हैं। इसी प्रकार के हमलों में नौ आम नागरिक, छह पुलिस कर्मी और सेना के एक जवान को अपनी जान गंवानी पड़ी।
जम्मू-कश्मीर में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अनंतनाग में भाजपा के सरपंच और उनकी पत्नी की हत्या की निंदा की और भाजपा ने कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘एक बार फिर से पाकिस्तान प्रायोजित कायर आतंकवादियों ने हमारे किसान मोर्चा के नेता और उनकी पत्नी की हत्या कर कश्मीर को लहूलुहान कर दिया है। दोनों भाजपा के सक्रिय सदस्य थे और उन्होंने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त किये जाने की दूसरी वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया था और तिरंगा फहराया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन कुर्बान किया है और हम उनकी कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।’’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वे मुख्यधारा के उन नेताओं में शामिल थे जिनकी हत्या राजनीतिक विचारधारा के कारण की गई।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं गुलाम रसूल डार और उनकी पत्नी की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। वे मुख्यधारा के उन नेताओं में शामिल थे, जिनकी हत्या राजनीतिक विचारधारा के कारण की गई। उनके परिवार और सहकर्मियों से संवेदना जताता हूं। अल्लाह दिवंगत आत्मा को जन्नत में स्थान दे।’’
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हत्या की खबर सुनकर उन्हें दुख हो रहा है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह सुनकर काफी दुख हो रहा है कि भाजपा के जिलाध्यक्ष और उनकी पत्नी की आतंकवादियों ने आज गोली मारकर हत्या कर दी। उनके परिवार एवं प्रियजन से संवेदना जताती हूं।’’
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने भी हत्या की कड़ी निंदा की।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आश्वासन दिया कि मामले में त्वरित कार्रवाई होगी।
उपराज्यपाल ने ट्वीट किया, ‘‘सरपंच जी. एच. रसूल डार और उनकी पत्नी जौहरा बानू पर आतंकवादी हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं। यह कायरतापूर्ण कृत्य है और हिंसा के षड्यंत्रकारियों पर जल्द ही कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार से संवेदना जताता हूं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।