लखनऊ, 8 सितंबरः उत्तर प्रदेश के दो विधायकों ने लखनऊ विकास प्राधिकारण (एलडीए) में भ्रष्टाचार होने की सूचना देते हुए राज्य सतर्कता आयोग से गोपनीय जांच की मांग की है। समाचार एजेंसी एएनआई ने शनिवार को दोनों की ओर से जारी किए गए लेटर हेड पर लिखी चिट्ठी को उजागर किया। उत्तर प्रदेश के एटा जिले के मारहरा विधानसभा के बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी और बदायूं जिले के शेखपुरा क्षेत्र के बीजेपी विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने ये पत्र लिखे हैं।
बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह और विधायक धर्मेंद्र शाक्य दोनों ही अपनी चिट्ठी में लिखते हैं, "मेरे संज्ञान आया है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण में भारी भ्रष्टाचार चल रहे है, जिसमें नवीन मित्तल नगर नियोजक एवं मानचित्र विभाग के अधिकारी नक्शा पास कराने के नाम पर भारी कमीशन वसूली करते हैं। ये हर एक नक्शा पास कराने में 20 लाख से 50 लाख रुपये तक की मांग कर रहे हैं।"
उन्होंने यह भी लिखा, "लखनऊ विकास प्राधिकारण में कोई भी काम बिना पैसे नहीं होता। यहां खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है। इसकी आप स्वयं गोपीनय जांच करें। यहां पिछली सरकार की तुलना में दोगुना भ्रष्टाचार हो रहा है।"
उनका कहना है, "हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम शहीद पथ के पास दिल्ली के कनॉट प्लेस की तर्ज पर शॉन-ए-अवध बनाया जा रहा था। इसकी बिक्री की रिजर्व कीमत 500 करोड़ थी। इस पैसे को एलडीए के अधिकारियों ने सांठ-गांठ से गोलमाल कर दिया है। बाद में इसे 438 करोड़ रुपये में मुंबई की कंपनी को बेच दिया।"