नसीरुद्दीन शाह के बयान पर बीजेपी नेता का पलटवार, 'जो भारत में खतरा महसूस करते हैं, उन्हें बम से उड़ा दिया जाए'
By पल्लवी कुमारी | Published: January 4, 2019 11:16 AM2019-01-04T11:16:22+5:302019-01-04T11:16:22+5:30
नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर और गौ-हत्या पर बोलते हुए कहा था- इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक विक्रम सैनी ने भारत के मुसलमान और अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग भारत में असुरक्षि महसूस करते हैं, उन्हें बम से उड़ा देना चाहिए।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक विक्रम सैनी ने कहा, "मेरे विचार में जो लोग कहते हैं कि वे भारत में असुरक्षित और खतरा महसूस करते हैं, सेना के बम से उड़ा दिया जाना चाहिए। मुझे एक मंत्रालय दे दो, मैं ऐसे लोगों को बम से उड़ा दूंगा, किसी एक को भी नहीं छोडूंगा।''
हालांकि जब उनसे पत्रकार ने पूछा, बम फोड़ने वाली बात क्या है तो उन्होंने कहा- ''कानून बने कि कोई ऐसा बोले तो यह देशद्रोह की श्रेणी में आए और उसके लिए सजा का प्रावधान हो और बम वाली बात मेरी आम भाषा है। सरकार अगर मुझे मंत्रालय दिलाए तो मैं ऐसे लोगों के लिए यही करूंगा। ''
#WATCH Vikram Saini, BJP MLA from Muzaffarnagar says 'My personal view is that those who say they feel unsafe and threatened in India should be bombed, give me a ministry and I will bomb all such people, not even one will be spared' pic.twitter.com/E9yWNH7MBF
— ANI UP (@ANINewsUP) January 4, 2019
क्या दिया था नसीरुद्दीन शाह ने बयान
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’ नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।
वीडियो में देखें नसीरुद्दीन शाह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्या कहा...